
खतौरा कांण्ड के बाद प्रशासन की सबसे बडी चुनौती इस चुनाव में भय मुक्त और शांतिपूर्ण मतदान कराने की चुनौती हो गई थी। कोलारस चुनाव के लिए 311 मतदान केन्द्र,और 622 ईव्हीएम यूनिटो का उपयोग किया गया। बूथ कैप्चरिंग रोकने के लिए 2 हजार हथियार बंद जवान तैनात किए गए थे।
कोलारस के इस चुनाव मेें सीधा मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी महेन्द्र सिंह यादव और भाजपा के प्रत्याशी देवेन्द्र जैन के बीच था। चुनाव में कुल 22 उम्मीदवार मैदान में थे। भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशियो को छोड कर सभी निर्दलीय उम्मीदवार इस चुनाव में ऐसे गायब थे, जैसे गधें के सर से सींग।