
उसी समय आरोपी जसवंत, रमेश गौतम और लक्ष्मण आए और हल तथा बैलों से उसकी फसल का नुकसान करने लगे। मना करने पर आरोपी हौतम ने फरियादी के बाएं हाथ में कुल्हाड़ी मार दी जिससे उसे खून निकल आया व जसवंत ने फरियादी की लाठी से मारपीट की जिससे उसके कंधे में चोट आई।
जब फरियादी की मां गीता उसे बचाने आई तो आरोपी रमेश ने उसके सिर में लाठी व आरोपी होतम ने उसके बाएं हाथ में कुल्हाड़ी मार दी तथा आरोपी लक्ष्मण के द्वारा फरियादी के पिता की लाठी से मारपीट की गई। फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना सीहोर ने अपराध दर्ज कर विवेचना के बाद चालान न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जिस पर सुनवाई के बाद यह सजा सुनाई गई।