
बाद में वहां से कुछ दूर स्थित खेत में काम कर रहे एक बालक ने पुलिस को बताया कि संतोष कुछ समय पहले हांफते हुए वहां पहुंचा था और उसके बाद वह खेत में गिर गया। तब से वह नहीं उठा है जब पुलिस ने वहां जाकर देखा तो संतोष की मौत हो चुकी थी।
वही परिजनो का कहना है कि रेत से भरे डंपर को पुलिस ने पकड लिया इस डंपर को मृतक संतोष चला रहा था। डंपर को संतोष ने एक पुलिया में फंसा दिया था इससे नाराज होकर साथ में बैठे अमोल चौकी के आरक्षक रमेश शर्मा ने संतोष की मारपीट कर दी। बाद में उसकी लाश एक खेत में पुलिस को देर रात पड़ी मिली।
जब तक मामला दर्ज नही तब तक अंतिम संस्कार नहीं
डंपर चालक संतोष प्रजापति की मौत के मामले को लेकर आज परिजनों ने अमोलपठा चौकी प्रभारी संजीव पर्ते व प्रधान आरक्षक रमेश शर्मा पर संतोष की मारपीट करने का आरोप लगाते हुए करैरा पीएम हाउस चौकी प्रभारी पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।
करैरा में पीएम कराने से इंकार कर दिया। हालांकि मौके पर पहुंचे एसडीएम की समझाईश के बाद परिजन करैरा में पीएम कराने के लिए राजी हो गए, लेकिन मृतक के भाई गोपाल प्रजापति का कहना है कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज नहीं होता तब तक अपने भाई का दाह संंस्कार नहीं करेगा।
सांस फूलने के कारण हुई संतोष की मौत: एसपी
इस पूरे मामले में एसपी सुनील कुमार पांडे का कहना है कि संतोष की मौत पुलिस की पिटाई से नहीं हुई है वह पुलिस को देखकर भागा था और दौड़ते हुए उसकी सांस फूल गई जिसके चलते उसकी मौत हो गई। श्री पांडे का कहना है कि मृतक का पीएम न्यायिक अधिकारियों के समक्ष वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ कराया जा रहा है। अगर पीएम में ऐसा कोई तथ्य सामने आता है तो मामले में निष्पक्ष कार्यवाही की जाएगी।
चौकी प्रभारी पर्ते और प्रआर. शर्मा लाइन अटैच
कल अमोलपठा क्षेत्र में डंपर चालक की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पांडे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत ही चौकी प्रभारी संजीव पर्ते और प्रधान आरक्षक रमेश शर्मा को लाइन अटैच कर दिया।