कांग्रेस को मिलेगा सहानुभूति लहर का फायदा या विकास बनेगा मुख्य मुद्दा

शिवपुरी। कोलारस विधानसभा उपचुनाव के लिए आचार संहिता और चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के पूर्व ही भाजपा ने संकेत दिए कि इस बार वह विकास मुददे को लेकर चुनाव मैदान में उतरेगी। इस रणनीति पर काम करते हुए भाजपा ने 200 करोड़ रूपए से अधिक की विकास योजनाओं की न केवल घोषणा कर दी बल्कि कई विकास कार्यो के टेंडर भी लगा दिए। जबकि कांग्रेस इन घोषणाओं को महज चुनावी घोषणा निरूपित करने में लगी हुई है। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया कहते है कि वोट उसे दीजिए जो आपके सुख दुख में काम आए। 

वह कहते है कि जब क्षेत्र में सूखा पडा था तब भाजपा के मुख्यमंत्री और मंत्री कहां थे। सवाल यह है कि क्या इस बार कोलारस विधानसभा उपचुनाव में विकास एक मुख्य मुददा बनेगा और चुनाव परिणाम साबित करेंगे कि विकास के मुददे को कोलारस के मतदाताओं ने किस रूप में लिया है। 

कोलारस के कांग्रेस विधायक रामसिंह यादव का आकस्मिक निधन हुआ तो क्षेत्र में उपचुनाव की परिस्थिति पैदा हुई। कोलारस में कांग्रेस टिकट के अनेक दाबेदार है। जिनमें बैजनाथ सिंह यादव से लेकर रविंद्र शिवहरे, हरवीर सिंह रघुवंशी, योगेन्द्र रघुवंशी आदि शामिल हैं। लेकिन रामसिंह यादव के निधन के बाद उपरोक्त सभी नाम पृष्ठ भूमि में खो गए और टिकट मिला स्व. रामसिंह यादव के सुपुत्र महेंद्र यादव को। 

महेंद्र यादव की सिर्फ एक राजनैतिक खूबी है कि वह स्व. रामसिंह यादव के सुपुत्र है। इस नाते वह रामसिंह यादव के राजनैतिक उत्तराधिकारी बनने में सफल रहे। महेंद्र यादव को टिकट मिला तो इसे उनकी अनुकम्पा नियुक्ति निरूपित किया जा रहा है। महेंद्र यादव का कार्ड खेलकर कांग्रेस ने जाहिर कर दिया कि वह सहानुभूति लहर पर सवार होकर कोलारस का उपचुनाव जीतना चाहती है। 

कांग्रेस का मानना है कि स्व. रामसिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए क्षेत्र का मतदाता उनके सुपुत्र महेंद्र यादव के हाथ मजबूत करेगा। तीन दिन पहले कोलारस क्षेत्र में आयोजित आमसभाओं में श्री सिंधिया ने मतदाताओं से मुखातिब होते हुए कहा था कि रामसिंह यादव ने कोलारस क्षेत्र के लिए अपने जीवन को न्यौछावर कर दिया। इसलिए उनके सुपुत्र महेंद्र यादव को आर्शीवाद देकर उनके हाथ मजबूत कीजिए। 

स्पष्ट है कि कांग्रेस कोलारस विधानसभा क्षेत्र में भावनाओं को अपने पक्ष में भुनाना चाहती है। इसके जबाव में भाजपा ने विकास कार्ड खेला है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के मंत्री 200 करोड रूपए से अधिक की विकास योजनाओं की घोषणा कर चुके है। जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा तो यह तक कह चुके है कि इस चुनाव परिणाम से किसी का कुछ बनना और बिगडऩा नहीं है। न तो भाजपा सत्ता से बाहर होगी और न ही कांग्रेस सत्ता में आएगी। लेकिन इससे कुछ बनेगा और बिगड़ेगा तो कोलारस का। उन्होंने कहा कि उपचुनाव के बहाने कोलारस के पास एक मौका आया है कि वह विकास को चुने अथवा नहीं।