बंटवारा कराने रिश्वत ले रहा तहसीलदार का क्लर्क कैमरे में कैद

सतेन्द्र उपाध्याय/शिवपुरी। बैसे तो शिवपुरी जिला भ्रष्टाचारियों का गढ़ बना हुआ है। यहां उच्च अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक रंगें हाथों लोकायुक्त के हाथों दबौचे जा चुके है। उसके बाबजूद भी यह सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे है। शिवपुरी के कोलारस उप चुनाव के चलते प्रदेश के मुखिया द्वारा आमसभाओं के द्वारा किसानों को नि:शुल्क बंटवारा, किताब आदि की बात कह रहे है। लेकिन शासन के ही नुमाइंदों द्वारा मुख्यमंत्री के वादों को जनता में झूठा साबित करने की ठान ली है। ऐसा ही एक वीडियो आज वायरल हुआ है। जिसमें तहसील में पदस्थ बाबू बटवारें के एवज में रिश्वत लेते हुए कैमरें में कैद हो गए है। 

यह जो वीडियो वायरल हुआ है वह बैराड़ तहसील में पदस्थ बाबू लाखनसिंह आदिवासी का है। जो 1500 रुपए लेते हुए इस वीडियो में दिखाई दे रहा है। इस मामले में फरियादी महेन्द्र रावत ने अपनी पारिवारिक जमीन के नामांतरण के लिए तहसील में आवेदन किया था और वह पिछले दो माह से चक्कर लगा रही थी, लेकिन बिना रिश्वत के बाबू बंटवारा करने को तैयार नहीं था इसके बाद उसकी बात 3000 रुपए में हुई और आज उसे पहली किस्त के रूप में 1500 रुपए दिए गए। बाकी रूपए बाद में देने की बात कह रहा है। 

इनका कहना है
इस मामले की अभी मुझे जानकारी नहीं है। हम वीडियो की जांच कराएंगे और प्रकरण को मंगा लेंगे। जिसमें देखेंगे कि जो रुपए लिए गए हैं वह वैधानिक हैं या अवैधानिक। फिलहाल कार्यवाही के संबंध में वीडियो जांच के बाद ही मैं कुछ कह पाऊंगा। हमने 24 हजार नामांतरण कराएं हैं इसके लिए 500 रुपए का इनाम भी घोषित किया है। ऐसी स्थिति में जो नामांतरण रह गए हैं उन्हें दिखा लेंगे।
तरूण राठी,कलेक्टर शिवपुरी।