घायल बारहसिंघा को वन विभाग ने पेड़ से बांधकर लावारिस छोडा

बदरवास। जंगल से राह भटक कर एक घायल बारहसिंघा बदरवास कस्बे में आ गया। जिसे एक नागरिक द्वारा अपने घर में बांधकर रख लिया। सूचना मिलने पर वन विभाग के कर्मचारी आकर उसे ले गए। लेकिन उसे जीप में रखकर एक किसान के खेत पर छोडक़र अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली। यह बारहसिंघा वार्ड क्रमांक 7 में निवासरत पप्पू जाटव के घर में जा घुसा, जिसे देखकर परिजन घबरा गए और घर से बाहर निकल गए। इसकी जानकारी पप्पू जाटव द्वारा वन अमले को दी गई। 

सूचना मिलते ही वन विभाग के कर्मचारी पप्पू जाटव के घर पहुंचे और बारहसिंघा को जीप में डालकर बामौर रोड़ कैलाश केवट के खेत पर लावारिस हालत में छोड़ कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली। जिसका खेत मालिक कैलाश केवट द्वारा विरोध किया गया। जिस पर दुबारा से फोरेस्ट के कर्मचारियों ने बारहसिंघा को एक पेड़ से बांध कर चले गए। 

गौरतलब तथ्य है कि उक्त बारहसिंघा घायल अवस्था में था लेकिन इसके बाबजूद भी वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा उसका इलाज न कराते हुए पेड़ से बांधकर चला जाना कर्मचारियों की लापरवाही को स्पष्ट रूप से उजागर करता है। ऐसी परिस्थिति में ग्रामीण कुत्तों द्वारा बारहसिंघा को घायल भी किया जा सकता था, लेकिन वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा बारहसिंघा की कोई परवाह नहीं की।