शिवपुरी। बीते बर्ष शिवपुरी के लिए आंतक का पर्याय बने चंदन और चंदा ने पूरे जिले भर में जमकर आंतक बरफाया था। इस आंतक के अंत करने में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मो यूसूफ कुरैशी ने उक्त गिरोह का खात्मा कर चंदा को सलाखों के पीछे भिजवा दिया। अब जेल में विचाराधीन कैदी डकैत चंदा गड़रिया का इस समय बीमार होने के बाद जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जिला चिकित्सालय में भर्ती चंदा गड़रिया ने सोमवार को कुछ मीडियाकर्मियों पर भड़ास निकालते हुए कहा कि चंदन गड़रिया मेरा पति नहीं मेरा भाई था। उसने कहा कि चंदन के बारे में मीडियाकर्मी गलत निकालते हैं। चंदा गड़रिया ने फोटोग्राफरों को फोटो खिंचाने से इंकार करते हुए कहा कि उसे पुलिस ने झूठा फंसाया है और मीडियावाले भी उसके बारे में बिना पता किए झूठी कहानी अखबार में निकालते रहते हैं। एक चादर में अपने आपको ढकते हुए चंदा ने प्रेस फोटोग्राफर को वहां से जाने के लिए कह दिया।
पुलिस अभिरक्षा में अस्पताल में भर्ती है चंदा
बीते रोज खांसी और जुकाम से पीडि़त डकैत चंदा गडरिया को पुलिस कस्टडी में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रविवार को जुकाम, खांसी से परेशान चंदा को पुलिसकर्मी अस्पताल लेकर आए थे और डॉक्टर आरएस रावत को चैकअप कराने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
चंदा को जिस वार्ड में भर्ती किया गया उसी के बाहर पुलिसकर्मी तैनात हैं। डकैत चंदा कुख्यात चंदन गडरिया गैंग की सदस्य रही है, जो पुलिस के साथ मुठभेड में दो साल पहले मारा गया था। तत्समय चंदा भाग निकली थी जिसे पुलिस ने बाद में बंदी बनाया और अब वह जेल में बंद है।
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