पंचकल्याणक महोत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में, बनाई जा रही है अयोध्या नगरी

शिवपुरी। सेसई के इतिहास में पहली बार श्री शांतिनाथ नौगजा दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र सेसई में श्री 1008 मज्जिनेंद्र जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवम गजरथ महोत्सव का आयोजन आगामी 23 नबम्बर से होने जा रहा है। इस महाउत्सव की तैयारिया अंतिम चरण में है, इस कार्यक्रम में लाखो  भक्तो की पहुचने की उम्मीद है। सेसई में होने वाले इस कार्यक्रम को भव्यता का रूप देने के लिए शिवपुरी का जैन समाज कोई भी कसर नही छोड रहा है। 

बताया जा रहा है कि सेसई अतिशय क्षेत्र पर नवीन चौबीसी एवं, मानस्तंभ निर्माण पूर्ण होने के बाद जिन प्रतिमाओं पर सूरी मंत्र दिया जायेगा जिससे यह प्रतिमाएँ प्रतिष्ठित होकर पूज्यनिय हो जायेंगी। आयोजन को लेकर तैयारियों जोरों पर है। जिसके लिए सेसई में ए.बी. रोड पर एक विशाल मैदान को भव्य अयोध्या नगरी का रूप दिया जा रहा है। 30 नवम्बर तक चलने वाले इस आयोजन में आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के प्रिय शिष्य प्रशममूर्ति 108 श्री अजितसागर जी महाराज संसघ का मंगल सानिध्य मिलेगा। 

पंचकल्याण महोत्सव के अध्यक्ष जीतेन्द्र जैन ने जानकारी देते हुये बताया कि महोत्सव में समाज बंधुओं के आगमन के मद्देनजर 85 बाई 225 फुट का विशाल डोम बनाया जा रहा है, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु एकसाथ कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। जैन परंपरानुसार शौध की भोजन शाला तथा सामूहिक भोजन शाला का अस्थायी निर्माण कराया जा रहा है। इसके अलावा व्रती श्रावकों के लिए भी अलग से भोजन की व्यवस्था की गई है। 

इसके लिए 95 गुणा 155 वर्गफ ीट में भोजनशाला बनाई जा रही है। वहीं महामहोत्सव में शामिल प्रमुख पात्रों व इंद्र-इंद्राणियों के लिए अलग से 35 गुणा 135 वर्गफिट में भोजनशाला बनाई जा रही है। यहां आने वाले समाज बंधुओं के ठहरने हेतु 50 आधुनिक कमरों का भी निर्माण किया जा रहा है। 

महोत्सव के कार्यकारी अध्यक्ष राजकुमार जैन जड़ीबूटी एवं चौधरी अजीत जैन ने बताया कि प्रतिष्ठाचार्य बाल ब्र. अजय भैया आदित्य इन्दौर के निर्देशन में विधिविधान से कार्यक्रम होंगे। जिसमें 23 नवंबर को विशाल घटयात्रा जुलूस गजरथ (ऐरावत हाथी) बग्घी घोड़े बाजे-गाजे के साथ निकाली जाएगी। 24 नवम्बर को गर्भ कल्याण की पूर्व क्रियाऐं व 25 नवम्बर को गर्भ कल्याणक मनाया जायेगा। 

26 नवम्बर रविवार को जन्म कल्याणक के दिन शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद नवनिर्मित पांडुक शिला पर 1008 कलशों से भगवान का अभिषेक होगा। इसके लिये गौषाला में पांडुकषिला का निर्माण किया गया है। 27 नवम्बर को भगवान के तप कल्याणक के दिन आदिकुमार की बारात कोलारस नगर में निकाली जायेगी। 28 नवम्बर को ज्ञानकल्याणक के दिन भगवान का समोषरण लगेगा तथा 29 नवम्बर को मोक्ष कल्याणक मनाया जायेगा। सप्ताह भर के इन कार्यक्रम में अनेक राज्यों से जैन समाज के श्रद्धालु पहुंचेंगे। 

टीवी चैनल पर होगा सीधा प्रसारण
आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि आगामी 23 नवम्बर से जहां 30 नवम्बर तक पंचकल्याणक महोत्सव होगा। जिसमें 23 नवम्बर को उज्जैन की पार्टी द्वारा जम्मू स्वामी का वैराग्य नाटक का मंचन किया जायेगा। वहीं 27 नवम्बर को सूरत एवं 28 नवम्बर को जबलपुर की पार्टी द्वारा रात्रि में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन किया जायेगा। 30 नवम्बर को नवीन प्रतिमाऐं वेदियों में विराजमान की जायेंगी तथा शांतिनाथ भगवान की प्रतिमा का बज्रलेप के बाद प्रथम महामष्तकाभिषेक होगा। पंचकल्याणक के कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण टीवी जिनवाणी चैनल पर किया जाएगा।