घनघोर लापरवाही: भूख से विलख रहे थे आदिवासी छात्रावास के बच्चे भीख मांगने सडक पर आ गए

शिवपुरी। कहते है कि भूख की ज्वाला किसी भी तरह शांत नही हो सकती है, भूख कुछ भी करा सकती है, भीख भी मांगा सकती है,कुछ ऐसा ही हुआ है कल शिवपुरी जिले में, जब शिवपुरी के प्रभारी मंत्री शासकीय योजनाओ की समीक्षा कर रहे थे। सांसद सिंधिया भी शहर में थे। और कुछ आदिवासी छात्रावास के बच्चे भूख से तपडते हुए अपने पेट की ज्वाला शांत करने के लिए  सडक पर भीख मांगते आ गए। 
 
शिवपुरी से जिला मुख्यालय से मात्र 17 किमी दूर झांसी रोड पर शासकीय प्रीमेट्रिक बालक छात्रावास इस छात्रावास में आसपास के गांवो के सहरिया आदिवासी बच्चे रहकर शिक्षा ग्रहण करते है। पिछले लंबे समय से इस छात्रावास का अधीक्षक वहां से अपने गांव गया हुआ है। 

बच्चे भगवान के भरोसे रह रहे है। अन्य परेशानियों को झेलने के आदि हो चुके इस छात्रावास में रह रहे 16 बच्चे उस समय भयभीत हो गए तब पिछले 3 दिनो से खाना खाने की व्यवस्था गडबडा गई। बताया जा रहा है कि छात्रावास में खाना बनाने का समान आटा,दाल,सब्जी और ईधन खत्म हो गया था।

बच्चो ने रात तो जैसे तैसे रूखी सूखी और पानी पी कर काट ली और सुबह होते ही स्कूल चले गए। जैसे ही दोपहर हुआ बच्चे यह सोचकर अपने छात्रावास यह सोचकर लौटे शायद बडे सर आ गए होगें और हमारे भूख कीह शांत करने की व्यवस्था भी कर ली होगी। 

परन्तु बडे साहब का अता पता नही था,छात्रावास का रसोईया मुहं लटकार खडा था,बच्चो ने खाना मांगा तो उसने कहा कि खाना कहा से लाऊ........ना ही आटा है ना ही दाल और सब्जी और-और तो और लकडी भी नही है। कुछ बच्चो ने घबराकर रोना शुरू कर दिया। और छात्रावास से बहार निकलना शुरू कर दिया,और पास ही निकले शिवपुरी झांसी नेशनल हाईवे पर स्थित दुकानो पर खडे होकर हाथ फैलाकर खाने की भीख मांगना शुरू कर दिया। 

हाईवे पर स्थित होटल संचालक मुकेश राठौर ने बच्चो से पूछकर सारी स्थिती जानकर सबसे पहले बच्चो को अपने होटल की गर्मागरम पकौडी खिलवाई,होटल पर ही बैठे डॉक्टर धाकट ने बच्चो की शाम का आटा दिलवाया जिससे बच्चो के रात के खाने की व्यवस्था हो सके। 

बताया गया है कि बच्चो की इस दशा को देखकर रसोईए ने भी अपने स्तर से रात के खाने के अन्य सामागे्री की जुगाड की और इस माममे की जानकारी सुरवाया के सहरिया क्रंााति के सदस्या को इस मामले की पूरी जानकारी दी,सहरिया क्राांति के सदस्या ने पूरी घटना की जानकारी सहरिया क्रांति के सयोजन सजंय बैचेन का दी। 

सहरिया क्राांति के सयोजन ने आदिम जाति कल्याण विभाग की संयोजक शिवांगी चर्तुवेदी का पूरे मामले की जानकारी दी,बताया गया है कि आदिम जाति की संयोजक तत्काल छात्रावास पहुंची और स्थिती का जायजा लिया। उन्होने प्रेस से बात की और कहा कि वास्तव में बच्चे भूखे थे। 

इस मामले में छात्रावास अधीक्षक को हटाया जा रहा है और जांच की जा रही है,अगर जांच में छात्रावास अधीक्षक दोषी पाया गया तो आगामी कार्रवाईं के साथ अपराधिक प्रकरण भी कराया जाऐगा,क्यो कि बच्चो को भूखा रखना एक संवेदनशील घटना है।