
उसका काम कंपनी के रूपयों की वसूली करना है। जब वह वसूली कर अपनी मोटर साईकिल से लौट रहा था। तभी अज्ञात बदमाशों ने उसकी बाईक को रोककर उसके साथ मारपीट कर वसूली कर ला रहे 96 हजार रूपए नगद, मोबाईल आरोपी लूट कर ले गए।
इस पर पुलिस ने पूछा कि घटना दो घण्टे पहले की है और अब रिपोर्ट दर्ज कराने आए हो तो रवि ने बताया कि लूटेरे उसकी बाईक की चाबी भी साथ ले गए। पुलिस ने मामले में सदेंहपूर्ण लगने पर अज्ञात आरोपीयों के खिलाफ अपराध क्रमांक 36/17 पर धारा 392 के तहत मामला दर्ज कर लिया था।
इस घटनाक्रम को संदेह की नजर से देखते हुए मोबाईलों को ट्रेस करने सायवर सेल को भेज दिया। जिस पर सायवर सेल ने मोबाईल को टे्रस करते हुए आरोपी के बहनोई के पास पाया गया। जिस पर पुलिस ने बहनोई को उठाया और उससे पूछताछ की तो सामने आया कि उक्त मोबाईल आरोपी ने अपने जीजा को दे दिया था। पुलिस ने इस मामले की पूछताछ की तो पूरा मामले का पर्दाफाश हो गया।
आरोपी ने उक्त घटनाक्रम की पूरी रूप रेखा अपने मित्र जीतेन्द्र यादव पुत्र भगवान सिंह यादव उम्र 22 वर्ष निवासी बूडाखेड़ा थाना मायापुर के साथ मिलकर रूपयों से भरा बैंग मोबाईल,टेवलेट देकर रन्नौद की और भगा दिया। थाने पहुंचकर लूट की घटना की कहानी बताई। पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपीयों से लूटें गए रूपए मोबाईल,टेवलेट सहित पूरा सामान जप्त कर लिया है। पुलिस अब इस मामले में फरियादी बने युुवक रवि सहित जीतेन्द्र पर धारा 211,180,409,424 और 120 वी के तहत मामला दर्ज करने में जुटी हुई है।
इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा करने में एसडीओपी सुजीत सिंह भदौरिया सहित थाना प्रभारी पीपी मुदगल,थाना प्रभारी रन्नौद रामेन्द्र सिंह,सायवर सेल की टीम सहित बदरबास थाने की पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका रही।