बाबड़ी की सफाई करते समय मिला खजाना,100 साल पुराना 300 ग्राम सोना जप्त

नरवर। जिले के नरबर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत दिहायला में एक बाबड़ी की सफाई करते समय मजदूरों को एक सोने का खजाना मिल गया। इस सोने को पुजारी ने अपने पास रख लिया। और आज तक नहीं बताया। जब स्थानीय मजदूरों ने उक्त बात की सूचना ग्रामीणों को दी। जहां प्रसाशन ने मौके पर पहुंचकर सोने को जप्त कर लिया है। उक्त सोने की कीमत 10 लाख रूपए बताई जा रही है। 

जानकारी के अनुसार नरवर अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत दिहायला में प्राचीन मंदिर केशवदेव के पुजारी रमन गिरी द्वारा वहां स्थित प्राचीन बावड़ी की सफाई के लिए मजदूर लगाए गए थे और सफाई कार्य प्रारंभ हो चुका था। तभी मजदूर चंद्रभान पुत्र छोटे रजक ने खुदाई के दौरान उसे आभूषण जैसी चीज टुकड़ों में दिखाई दी। 

उसने तुरंत इसकी सूचना पुजारी रमन गिरी को दी तो रमन गिरी ने उस जंजीर को अपने पास रख लिया। बताया गया है कि बावड़ी की सफाई के लिए चार मजदूरों द्वारा सफाई कार्य किया जा रहा था । सफाई से पूर्व सभी मजदूरों ने कसम खाई थी कि अगर इसमें कुछ मिलेगा तो हम उसको पूरा मंदिर में लगाएंगे। क्योंकि उनको जानकारी थी कि इसमें सोना हो सकता है। 

पुजारी को जब सोना सौंपा गया यह घटना लगभग 6 दिन पहले की है ग्रामीण लोगों द्वारा बताया गया था कि इसकी सूचना पूजारी ने किसी को नहीं दी थी। जब इस घटना की सूचना ग्रामीणों को लगी तो ग्राम के भवर सिंह महेंद्र सिंह जवाहर सिंह बलवीर सिंह एवं जगदीश सिंह ने इस घटना की सूचना नरवर तहसीलदार नवीन शर्मा को दी। 

तत्काल तहसीलदार नायब तहसीलदारकोडिया को मौके पर भेजा तो वहां पर पहुंचकर नायब तहसीलदार ने पुजारी से जंजीर पुजारी के पास से जप्त कर  नरवर थाने में सुरक्षा के लिए रखवा दी। इस बात की सूचना जब करेरा एसडीएम को सी वी प्रसाद को दी। सी वी प्रसाद ने नरवर पहुंचकर सोने के टुकड़ों का सुनार के पास ले जाकर उसकी तोल कराई तो सवा 300 ग्राम सोना निकला। 

सुनार द्वारा बताया गया कि यह लगभग सौ साल पुराना है और शुद्ध सोना है जिसकी कीमत 10 लाख के करीब है कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव मैं ईमानदार मजदूर चंद्रभान पुत्र छोटे रजक की इमानदारी की सराहना की करैरा एसडीएम द्वारा बताया गया कि आज भी ईमानदारी जिंदा है और ऐसे ही ईमानदार मजदूर के लिए प्रशासन द्वारा 15 अगस्त पर पुरस्कृत किया जाएगा ।