
जानकारी के अनुसार कल नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने सीएमओ रणवीर कुमार को 16 दिस बर को धरने का पत्र सौंपा। धरना क्यों दिया जा रहा है? इसके बारे में अन्नी शर्मा ने दस बिन्दुओं का जिक्र किया जिसमें नगर पालिका की अराजक स्थिति का वर्णन था। भ्रष्टाचार से लेकर मनमानी, ठेकेदारों के निरंकुश व्यवहार आदि के आरोप लगाए गए थे।
यह भी जिक्र किया गया था कि पार्षदों के जनहितकारी काम करने में नपा प्रशासन असफल हो रहा है। फाईलें संबंधित क्लर्क के पास न होकर अवांछित लोगों के हाथों में हैं। नगर पालिका प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है और प्रशासन में पूरी तरह अराजकता का वातावरण बना हुआ है। नगर पालिका भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुकी है। उपाध्यक्ष ने पत्र में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों का जिक्र किया था।
जिसमें मुख्य रूप से बैंच खरीदी में भ्रष्टाचार का मुद्दा अहम था। उपाध्यक्ष ने अपने पत्र में सीएमओ को भी निशाना बनाया था और लिखा था कि उनके आने के बाद व्यवस्थायें और अधिक बिगड़ी हैं। इनके विरोध में वह 16 दिस बर से धरना देने जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि पत्र मिलने के बाद सीएमओ रणवीर कुमार ने नपा उपाध्यक्ष से अनुरोध किया कि वह उन्हें व्यवस्थायें सुधारने के लिए सात दिन का समय दें।
कल परिषद की बैठक हो सकती है हंगामेदार
कल नगर पालिका परिषद की बैठक काफी हंगामेदार हो सकती है। नपा प्रशासन के खिलाफ भाजपा पार्षदों के साथ-साथ खुद कांग्रेसी नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा और उनके समर्थक पार्षदों ने भी मोर्चा संभाल रखा है। सूत्र बताते हैं कि इस बैठक में बैंच खरीदी का प्रस्ताव पारित किए जाने का मुद्दा एजेंड़े में हैं। विदित हो कि पीआईसी ने साढे 9 लाख रूपए की बैंच खरीदी की अनुमति प्रदान की थी। बाद में इससे कहीं अधिक साढ़े 19 लाख रूपए की बेेंचें खरीद ली गई।