
हाल ही में उक्त डकैत राजस्थान जेल से जमानत पर रिहा होकर फरार हो गया था जिसकी तीनों प्रदेश की पुलिस तलाश कर रही थी। पुलिस ने पकड़े गए डकैत के पास से एक 315 बोर की रायफल व 20 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। उक्त डकैत की शिवपुरी की सीमा पर काफी दिनों से चहलकदमी देखी जा रही थी तभी से पुलिस सक्रिय होकर डकैतों को पकडऩे की फिराक में थी।
जानकारी के अनुसार बीती रात्रि पुलिस अधीक्षक मो. युसुफ कुर्रेशी को सिरसौद के तिघरा जंगल में हथियारबंद डकैत होने की सूचना प्राप्त हुई जिस पर श्री कुर्रेशी ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य को कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया जिस पर श्री मौर्य ने सिरसौद थाना प्रभारी सुरेश शर्मा को मौके पर पहुंचकर घेराबंदी करने के निर्देश दिए।
रात्रि में पुलिस ने घेराबंदी कर वहां मौजूद डकैत विशाल गुर्जर को पकड़ लिया। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने अपने आपको औतार गुर्जर गैंग का मु य बताया। उसने पुलिस को यह भी बताया कि वह धौलपुर राजस्थान के डांगबसई थानान्तर्गत आने वाले ग्राम रजई का निवासी है और वह काफी ल बे समय से विशाल गुर्जर गैंग के नाम से अपना गैंग चलाता है।
पुलिस ने जब पकड़े गए डकैत विशाल गुर्जर का आपराधिक रिकार्ड खंगाला तो उस पर उप्र के मथुरा में अपहरण का मामला दर्ज था वहीं धौलपुर में हत्या और धोखाधड़ी के गंभीर मामले भी दर्ज हैं। इसी के साथ गोवर्धन में अपहरण सहित तीन माह पूर्व औतार गुर्जर गैंग से मुठभेड़ के दौरान पुलिस पार्टी पर हमला करने का मामला भी दर्ज है। वहीं पोहरी थाने में भी उस पर लूट के मामले दर्ज हैं।
पकड़े गए डकैत विशाल गुर्जर ने पुलिस को यह भी बताया कि छह वर्ष पूर्व उसने अपने गैंग का विलय औतार गुर्जर गैंग में कर लिया था और तभी से दोनों मिलकर तीनों प्रदेशों में वारदातों को अंजाम दे रहे थे।
इन्हीं के चलते पुलिस अधीक्षक मो. युसुफ कुर्रेशी ने डकैत विशाल गुर्जर पर दस हजार रूपये का इनाम घोषित किया था वहीं राजस्थान और यूपी पुलिस भी उक्त डकैत की तलाश में थी और वहां की पुलिस ने भी उसके सिर पर इनाम रखा था।