नोटबंदी का क्राईम पर व्यापक असर, अपराधों का ग्राफ औधें मुॅह गिरा

शिवपुरी। पूरे देश में एक साथ हुई नोट बंदी का व्यापक असर कही पड़ा हो या नहीं परंतु जिले के क्राइम पर इस नोट बंदी का व्यापक असर पड़ा है। जिस दिन से नरेन्द्र मोदी ने नोट बंदी की घोषणा की है जिले का क्राइम ग्राफ एक साथ औधें मुह आ गिरा। 

एक हजार और पांच सौ रूपए के नोट बंद होने का सकारात्मक असर यह हुआ है कि 10 नव बर से आज 14 नव बर तक जिले में कोर्ई बड़ा अपराध नहीं हुआ। पिछले तीन दिनों मे आश्र्र्चय जनक रूप से अपराधों के ग्राफ में गिरावट आर्ई है। 

पिछले 24 घंटों में 27 में से 17 थाना क्षेत्रों में कोर्ई अपराध घटित नहीं हुआ है। इससे पुलिस ने राहत की सांस ली है क्योंकि इस समय जिले की पुलिस विभिन्न बैंकों में तैनात रहकर शांति व्यवस्था की स्थिति बनाने में लगी हुर्ई है। 

पिछले चार दिनों के अपराधों पर यदि दृष्टिपात करें तो किसी भी थाने में कोई बड़ा अपराध घटित नहीं हुआ है जिन थानों में अपराध दर्ज किए गए हैं उनमें मु य रूप से मारपीट, छेड़ छाड़ और शांति भंग के मामले हैं। 10 नव बर को जिले के 20 थानों में कोर्ई अपराध दर्ज नहीं हुआ है जबकि 11 नव बर को 14 थाना क्षेत्रों में कोर्ई भी कायमी नहीं हुर्ई है। 

12 नवम्बर को तो इस संख्या में और अधिक बढोत्तरी होकर 19 थाने अपराधों की दृष्टि से शून्य रहे हैं। 13 नव बर को कोतवाली, देहात, सतनवाड़ा, सुभाषपुरा, कोलारस, इंदार, बदरवास, तेन्दुआ, मायापुर, पिछोर, सुरवाया, खनियांधाना, रन्नौद, गोवर्र्धन, छर्च, गोपालपुर और सिरसौद थानों में किसी भी अपराध की कायमी नहीं हुई है

चोर भी अपनी काली कमाई को ठिकाने लगाने में जुटे
जिले में अपराधों का ग्राफ घटने के साथ-साथ दूसरी बड़ी बात यह है कि किसी भी थाना क्षेत्र में चोरी का कोर्ई अपराध घटित नहीं हुआ है। चोरी, लूट और डकैती की बारदात से थाने के रजिस्टर खाली हैं। 

जिले में आश्चर्य जनक रूप से संपत्ति संबंधी अपराध घटित न होने के पीछे कुछ लोगों का मानना है कि चोरों में अब एक हजार और पांच सौ रूपए के नोटों का आकर्र्षण नहीं रहा है। इन्हें चुराकर वह अदला-बदली की झंझट में नहीं पडऩा  चाहते वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि चोर भी नोटों की अदला-बदली में व्यस्त हो गए हैं। इस कारण अपराधों से उनकी दूरी बनी हुर्ई है।