
पटवारियों ने ज्ञापन सौंपते समय चेतावनी दी कि एसडीएम की प्रताडऩा से आहत होकर यदि किसी पटवारी के साथ कोई अनहोनी होती है तो इसकी पूर्ण जबाबदेही जिला प्रशासन की होगी। बाबजूद इसके यदि अब तीन दिनों तक पटवारी संघ की मांगों पर जिला प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया गया तो पटवारी संघ के सभी हल्कों में तैनात पटवारियों द्वारा अतिरिक्त हल्कों का प्रभार वापिस कर केवल मूल हल्के पर ही कार्य करेंगें।
इसके बाद हालांकि ज्ञापन लेते समय कलेक्टर ने एसडीएम और पटवारियों के बीच सामंजस्य की बात कही लेकिन पटवारी एसडीएम हटाने को लेकर ही प्रतिबद्ध नजर आए।
कलेक्टर को सौंपे पुन: ज्ञापन में पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष गोपाल प्रधान के साथ पटवारी अवधेश शर्मा, नरेन्द्र जाटव, बालेन्दु यादव, प्रदीप जैन, जितेन्द्र चौबे, नंदराम आदिवासी, रघुराम भगत, राजबहादुर जाटव, अर्जुन सिंह गुर्जर, जयकुमार दुबे, तुलाराम भगौरिया, अरविन्द असैया, अनिल एक्का, मेघराम आदिवासी, गिर्राज धाकड़, रामसेवक राठौर, शिवेश गुप्ता, भोलाराम, पुष्पेन्द्र शर्मा, उमेश साहू, श्रीराम कोली, देवेन्द्र गौड़, पवन भार्गव, दीपक दांगी, रामानन्द बिधुआ, खुशाल पाल, महेश सोनी, अनूप चौरसिया, रामगोविन्द भटट, हरविलास लोधी, रवि अहोरा, नीरज शर्मा सहित अन्य पटवारी शामिल थे।