
बताया जा रहा है कि ऐसे खाते धारक अब यह सोच रहे है कि कोई ना कोई कालेधन का स्वामी हमारे खातो में रूपए जमा करा सकता है और इससे हमे भी फायदा होगा। लेकिन इन खबरो के बीच यह खबर भी आ गई कि बीपीएल कार्ड धारक एवं जन-धन योजना के खाते चलाने वाले सावधान हो जाये। सरकार की उन खातों पर नजर हैं कि नोटबंदी की अवधि में उनके खाते में किस हिसाब में राशि जमा हो रही है।
यदि इन खातों में लाखों रूपए की राशि जमा हुर्ई तो उनसे पूछताछ की जाएगी कि किनकी राशि उन्होंने अपने खाते में जमा करार्ई है। इससे काला बाजारियों का जहां पता चलेगा वहीं बीपीएल कार्ड धारकों की मुश्किलें भी बढेंगी और उनके बीपीएल कार्ड जप्त कर उनके विरूद्ध कानूनी कार्र्रवार्ई की जाएगी।
देखा भी जा रहा है कि अभी बैंको की लंबी कतारो में शहर के व्यापारी,अधिकारी और व्यापारी लाईनो में नही खडे दिखे है। नोटबंदी के बाद काले धन के स्वामीयो ने मजदूरो मजदूरों और भिखारियों को भाड़े पर उठाकर नोट बदलने की प्रक्रियायें वहीं उनके जन-धन योजना के खातों में बड़ी रकमें जमाकर बदलने का खेल चल रहा है। इस खेल में व्यापारी और कर्मचारी और अधिकारी भी शामिल है।