डॉ गुप्ता ने डेंगू के मरीज को भगाया, कोटा में इलाज शुरू

लुकवासा। खबर मिल रही है कि जिले के लुकवासा कस्बे में निवासरत एक युवक को बुखार आने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसका इलाज किया गया उसे कोई फायदा न मिला, युवक ने डैंगू की जांच कराने को कहा तो डॉक्टर पीडी गुप्ता ने उसे यह कहते भगा दिया कि तुम स्वयं ही डॉक्टर हो तो अपना इलाज कर लो। जब यह मरीज कोटा मे गया और वहॉ अपना चेकअप कराया तो उक्त युवक डेगू पॉजिटिव निकला। युवक को कोटा के भारत विकाष परिषद चिकित्सालय के आई सीयू में भर्ती कराया गया है। जहॉ पांच दिन आईसीयू में भर्ती होने के बाद युवक की हालात में सुधार आया है। ये वही डॉक्टर हैं जिन्हे 2014 में मलेरिया और डेंगू से प्रभावित झंडा गांव के मरीजों के इलाज में लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया था। 

जानकारी के अनुसार श्याम सिंह रघुवंशी पुत्र लखन सिंह रघुवंशी उम्र 32 वर्ष निवासी मढ़ मोहल्ला लुकवासा कस्बे में ही अपनी रेडीमेड की दुकान संचालित करता है। 7 दिन पहले युवक को बुखार आया तो युवक के परिजन श्यामसिंह को लेकर जिला चिकित्सालय में आये और युवक का उपचार कराया। 

दो दिन जिला चिकित्सालय में उपचार के बाद युवक की हालात लगातार बिगड़ती गई जिसे देख कर परिजनों ने डॉक्टरों से इस युवक की डेंगू की जॉच करने की कहॉ तो डॉक्टरों ने अस्पताल से भगा दिया।

उसके बाद परिजन उक्त युवक को लेकर कोटा के भारत विकास परिषद चिकित्सालय में पहुॅचे और जांच कराई तो युवक डेंगू पॉजीटिव निकला। युवक की गंभीर हालात को देखते हुए चिकित्सकों ने युवक को आईसीयू में भर्ती कराया। तब जाकर युवक की हालात में पांच दिन में सुधार हो सका।