
आप जानकार चौंक जाएंगे कि जो डॉक्टर अस्पताल में हड़ताल पर थे वही शाम को अपने अपने आवास में फीस लेकर मरीजों का इलाज कर रहे थे। अस्पताल में मरीज तड़पते रहे और जान दे दी, लेकिन डॉक्टरों को दया नहीं आई।
यह मामला आज स्थानीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्रकार वार्ता में भी उठा जिस पर श्री सिंधिया ने हैरत जताते हुए स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खोली और शिवपुरी के इस घटनाक्रम को दुभाग्य पूर्ण बताया।