सतेन्द्र उपाध्याय/शिवपुरी। शिवपुरी शहर में पिछले कुछ दिनो से अतिक्रमण पर हल्ला हो रहा है। शहर के 100-100 वर्ष पुराने रजिष्ट्रीशुदा भवन अतिक्रमण में ढहा दिए गए। प्रशासन की इस कार्यवाही में न तो बलशाली नेता बचे ना ही रसूखदार व्यापारी। कुल मिलाकर प्रशासन ने जबदस्त मुहिम चलाई लेकिन शहर में एक अतिक्रमण ऐसा है जिसको अतिक्रमण का ब्रांड एम्बेस्डर कहा जाए तो कोई अतिशोयक्ति नही होगी।
अभी तक आपने सुना या देखा होगा कि किसी ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया तो किसी ने 2-5 फुट मकान आगे या पीछे बढाकर बना लिया लेकिन यहां तो पूरा का पूरा स्कूल ही आम रास्तो पर तान रखा है। किसी की मजाल क्या कि उफ तक कर सके। प्रशासन ने अभी तक कोई कार्यवाही नही की है, इस स्थिती को देखकर मन करता है कि पूछ ही लू भाई यह किसका दामाद है।
जानकारी के अनुसार शहर के नबाव सहाव रोड़ पर स्थिति प्राईवेट स्कूल प्रज्ञा बाल मंदिर के संचालक ने कॉलोनी के रास्ते को पाट कर पूरी तरह से रास्ते के ऊपर ही अतिक्रमण कर लिया है। यह आज तक न तो नगर पालिका को दिखाई दिया और न ही किसी प्रशासनिक अधिकारी को। उसके बाबजूद भी उक्त अतिक्रमण सरेआम खड़ा है। इससे इस कॉलोनी में निवासरत लोगो को परेशानीयों का सामना करना पड़ा है।
बताया गया है कि स्कूल संचालक उम्मेद सिंह धाकड़ भाजपा के किसी नेता का दामाद है। इस कारण तमाम शिकायतों के बाद भी इस अतिक्रमण पर कार्यवाही नही हो रही है। इस अतिक्रमण को देखकर शायद आम लोगो को अतिक्रमण करने की प्रेरणा मिल रही है। इन महाशय ने हवा में अतिक्रमण किया है। आम आदमी धरा पर अतिक्रमण कर लेता है। अब देखना यह है कि इस अतिक्रमण का अब क्या होता है।
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