पाप छुपाने निर्दोष नवजात शिशु को पत्थरों के बीच छोड दिया

पोहरी। जिले के पोहरी थाना क्षेत्र के ग्राम लक्ष्मीपुरा में पुल के नीचे अपने मासूम जिगर के टुकडे को भगबान भरोसे छोडऩे का मामला प्रकाश में आया है। इस बात की सूचना राहगीरों को तब मिली जब पत्थरों के बीच से रोने की आबाज सुनाई दी। नबजात बहुत ही बुरी तरह से बिलख रहा था। जिसकी सूचना तत्काल आगनबाड़ी कार्यकर्ता को दी। जो इस मासूम को चिकित्सालय लेकर पहुॅची।

जानकारी के अनुसार बीते रोज बालकिशन पुत्र श्रीराम धाकड़ उम्र 40 वर्ष पोहरी से अपने गांव पिपरघार जा रहा था। तभी पुल के पास पहुॅचा तो किसी बच्चे के रोने की आबाज सुनी जिसे देखकर बालकिशन धाकड़ एक देम ठिठक गया। और पुल के नीचे जाकर देखा तो पुल के नीचे एक नबजात पत्थरों के बीच में रो रहा है। इस मासूम के बिलखने की सूचना तत्काल बालकिशन ने आगंनबाड़ी कार्यकर्ता को दी। 

जिसने तुरंत पुलिस को सूचित किया और नवजात को पोहरी के स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भेज दिया गया है। उसे कोई जानवर हानि न पहुंचा पाए, इसलिए पत्थरों से घेरा बनाया गया था। फिलहाल पुलिस मामले की त तीश में जुटी है। 

नवजात जिस स्थिति में मिला उसे देखकर बताया जा रहा है कि उक्त मासूम को अपना पाप छुपाने के उद़देश्य से किसी कलयुगी मां ने जन्म के तुरंत बाद ही उसे पुल के नीचे छोड़ा गया, क्योंकि उसकी नाल भी नहीं काटी गई थी। नवजात को प्राथमिक परीक्षण के बाद एसएनसीयू लाया गया, जहां वह स्वस्थ है। पुलिस ने इस मामले में बालकिशन की रिपोर्ट पर अज्ञात मां के खिलाफ धारा 317 ताहि के तहत मामला दर्ज कर लिया है।