जनपद पंचायतकर्मियों ने गरीबों के हक पर लगाई सेंध

इमरान अली/कोलारस। जिले के कोलारस जनपद पंचायत का हमेशा से ही भ्रष्टाचार से नाता रहा है या युं कहे कि जनपद पंचायत और भ्रष्टाचार का चोली दामन का साथ है। किसी न किसी तरह से अक्सर जनपद पंचायत चर्चा का विषय बनी रहती है। अभी कुछ दिन पहले ही सांसद फंड से मिले टेंकर घोटाले में कांग्रेसियो की शिकायत पर भ्रष्टाचार की आंधी में जनपद सीईओ अजीत तिवारी को कुर्सी से हाथ धोना पड़ा था। 

जनपद पंचायत का चार्ज कोलारस एसडीएम पर आने के बाद भी हालत सुधरने का नाम नही ले रहे है। अधिकारी भले ही तमाम मीटिंगो में ईमानदारी से कार्य करने और समय पर कार्य निपटाने का ढोल पीट लें परन्तु हालात जस के तस बने है। कोलारस विधानसभा भले ही जिले की सबसे बडी विधानसभा हो लेकिन जल्द ही भ्रष्टाचार के मामले में जनपद पंचायत जल्द ही पहले पायदान पर पहुंच जाएगी। यह बात किसी से ढकी-छुपी नही है कि बिना कमीशन कोलारस जनपद पंचायत में कोई कार्य नही होता है। 

ऐसे कई मामले पहले सामने आ चुके है। कुछ समय पूर्व ही जनपद पंचायत प्रांगढ़ में त्रीस्तरीय पंचायत के कार्यक्रम में क्षेत्रीय सांसद श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया और सैंकड़ो लोगों के सामने कोलारस के जनप्रतिनिधियो ने चीख-चीख कर शासकीय नुमाईदो पर भ्रष्टाचार सहित भेदभाग के आरोप लगाए थे। जिससे यह साफ जाहिर है कितनी बेहतरी से जनपद पंचायत में भ्रष्टाचार ने पैर पसारे हुए है जो लाख कोशिशों के बाद भी समेटने का नाम नहीं ले रहे । 

पार्षद रामबाबू निवौरिया, रामकुमार भार्गव, हुकुम सिंह जाटव अन्य पार्षदो ने बताया हमारे वार्डो में गरीबी रेखा के नीचे जीवन ज्ञापन कर रहे लोगो के नाम राशन कार्डो में बड़ाने एवं नए नाम जोडऩे के लिए कई लोगो को गरीबी की पात्रता में जोड़े गए थे। नगर परिषद की स्वीकृती के बाद गरीबी रेखा की सूची आगे की कार्यवाही के लिए जनपद पंचायत में भेजी गई थी। परन्तु 6 माह बीतने के बाद भी आज तक सूची को जनपद पंचायत ने क प्यूटर फीट कर वापस नहीं किया गया। जिससे तमाम वार्ड के गरीब लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

अधिकारियों से शिकायत के बाद भी हालात जस के तस बने हुए है ऐसा प्रतीत हो रहा है आज भी जनपद के चक्कर लगाने के बाद भी हमारी सुनबाई नही की जा रही। 6 माह से सूची जनपद पंचायत में बाबू के पास फसी पड़ी है जो कई बार कहने पर भी सूची नही दे रहा हमारे वार्डो के लोग स्कूलो में एडमीशन के चलते हमे अपनी पीड़ा बता रहे और जल्द राशन कार्ड आने की बात कह रहे है। जिससे उनके बच्चों का एडमीशन सही समय पर हो सके परन्तु जनपद पंचायत के कर्मी लिस्ट पर अड़ंगा अड़ाए हुए है।