कश्मीर मुद्दे को लेकर सिंधिया ने बोला केन्द्र सरकार पर हमला

शिवपुरी। लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के मुख्य सचेतक एवं गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कश्मीर के अशांत हालात को लेकर लोकसभा में केंद्र सरकार की नीतियों की तीखी आलोचना की। श्री सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का स्पष्ट मंतव्य है कि राष्ट्र की सुरक्षा के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता, आप इसके लिए जो भी कदम उठाएंगे, हम आपके साथ हैं, हम ही नहीं देश का हर एक नागरिक आपके साथ खड़ा होगा, लेकिन यदि आप विफलताओं के प्रतीक खड़े करेंगे तो हम आपका पुरजोर प्रतिकार भी करेंगे।

ज्ञात हो कि पिछले 8 जुलाई को आतंकी बुरहान वानी के सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने के बाद कश्मीर में लगातार हालात खराब हो रहे हैं। अभी तक लगभग 44 नागरिक मारे जा चुके हैं, 3 हजार से अधिक लोग घायल हैं। जिनमें 1500 हमारे सुरक्षा बलों के जवान भी शामिल हैं, 23 हजार अमरनाथ तीर्थ यात्री ज मू-श्रीनगर हाइवे पर फँसे हुए हैं एवं पिछले 12 दिनों से लगातार क र्यू लगा हुआ है, जिसके कारण घाटी का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

इसी मुद्दे पर कांग्रेस ने लोकसभा में विशेष मांग की थी। इसी के तहत कल लोकसभा में मु य सचेतक श्री सिंधिया अपना वक्तव्य दे रहे थे। श्री सिंधिया ने केंद्र की एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आप जब विपक्ष में थे तब पाकिस्तान पर बहुत गरम हुआ करते थे और जैसे ही आप सत्ता में आ गए, अचानक आपकी पाकिस्तान के प्रति नीतियों में इतनी नरमी क्यों आ गई। कहां आप एक सिर के बदले 10 सिर लाने की बात कहते थे और अब आप एक शब्द नहीं बोल रहे हैं। 

पाकिस्तान द्वारा लगातार घाटी में घुसपैठ को बढ़ावा दिया जा रहा है, जब से ये सरकार केंद्र में स्थापित हुई है घुसपैठ की घटनाओं में 65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, लेकिन हमारी सरकार कोई ठोस कदम उठाने में अक्षम साबित हुई है। हमारे जवान लगातार अपना बलिदान देकर सीमा की रक्षा कर रहे हैं, कश्मीर की घाटी आग में जल रही है लेकिन हमारे देश के रक्षा मंत्री गोवा में एलईडी बल्ब का वितरण कर रहे हैं, वहीं प्रधानमंत्री जो कि तुर्की एवं फ्रांस में घटित आतंकी घटनाओं पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हैं लेकिन जब कश्मीर में इतनी बड़ी घटना होती है, हमारे इतनी सं या में नागरिक एवं जवान मारे जा रहे हैं तब प्रधानमंत्री की तरफ  से एक भी षब्द नहीं बोला जाता है,यह बहुत आश्चर्य और खेद का विषय है। 

यहां हमारे देश का एक महत्वपूर्ण प्रदेश आग में जल रहा है और हमारे प्रधानमंत्री विदेशों में ड्रम बजा रहे हैं। लोकसभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री पाकिस्तान को लाल आंखे दिखाने की बात कहते थे और अब चुप्पी की नीति पर चल रहे हैं, एक शब्द उनकी तरफ  से नहीं आ रहे हैं। देश जानना चाहता है कि पाकिस्तान को लेकर इस सरकार की क्या नीति है? 

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जिनके साथ प्रधानमंत्री के बहुत अच्छे संबध्ंा रहे हैं, वे मारे गए आतंकी बुरहान वानी को शहीद घोषित कर रहे हैं, स्वतंत्रता सेनानी बता रहे हैं, विरोध स्वरूप पाकिस्तान में काला दिवस मनाया जा रहा है। हमारे देश के आंतरिक मामलों में पाकिस्तान खुलेआम हस्तक्षेप कर रहा है और हमारे प्रधानमंत्री और ये सरकार चुप बैठी है, कहां गया? छप्पन इंच का सीना।

जिसके आधार पर पाकिस्तान को लाल आंखे दिखाने की बात कही जा रही थी, कहां चला गया? अब तो हमारे विदेश सचिव कहते हैं कि पाकिस्तान का वक्तव्य निराश करने वाला है, ये ही है इस सरकार का मुंहतोड़ जवाब। 

श्री सिंधिया ने कहा कि यूपीए सरकार के समय पिछले 10 वर्ष में अमन-चैन एवं विकास तथा प्रगति का जो वातावरण ज मू-कश्मीर में तैयार किया गया था, उसको  वर्तमान सरकार  की गलत नीतियों के कारण ध्वस्त कर दिया गया है। यूपीए सरकार के समय ज मू-कश्मीर राज्य की जीडीपी की दर जहां 5.63 प्रतिशत हुआ करती थी वहीं अब घटकर ऋणात्मक शून्य नहीं वरन् -1.47 हो गई है। यदि घाटी में हमे अमन चैन का वातावरण पैदा करना है तो हमें वहां के नौजवानों को रोजगार देना होगा, उन्हें शिक्षित बनाना होगा, नहीं तो फिरकापरस्त ताकतें वहां के नौजवानों को बरगलाकर देश के खिलाफ खड़ा करने में सफल होती रहेंगी। 
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