आज गांधी कॉलोनी में गरजी पोकलेण्ड, एमीनेंट स्कूल सहित तोडे कई अतिक्रमण

शिवपुरी। शहर में इस समय चल रहे सवसे चर्चित मामला अतिक्रमण में आज नालों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए चलाई जा रही अतिक्रमण मुहिम आज शहर के गांधी कॉलोनी में चली। जहां नपा और जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से झिरिया मंदिर से लेकर विवेकानंद कॉलोनी तक नाले पर दोनों ओर से अतिक्रमण किए गए मकानों को पोकलेन मशीन की सहायता से हटा दिया गया।

कई स्थानों पर लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी एक न सुनी और अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही जारी रखी। इस दौरान झिरिया मंदिर के पास मधुरम स्वीट्स के मिठाई गोदाम के कुछ हिस्से को अतिक्रमण मानते हुए तोड़ दिया गया। 

साथ ही दूसरी मंजिल पर जाने वाली सीढिय़ों को भी ध्वस्त कर दिया। इसके बाद दस्ता गांधी कॉलोनी पहुंचा जहां दर्जनों मकानों के पीछे हुए अतिक्रमण हटा दिया गया। कार्यवाही के दौरान नायब तहसीलदार सुनील प्रभास, नीलम पटसेरिया सहित नगर पालिका सीएमओ रणवीर कुमार, नपा स्वास्थ्य अधिकारी गोविन्द भार्गव, सब इंजीनियर आरडी शर्मा व मदाखलत दस्ते के कर्मचारी मौजूद रहे। 

अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही सुबह 11 बजे कमलागंज पुल से शुरू की गई। जहां नाले के  किनारे रखे कुछ स्टॉलों को हिटैची की सहायता से हटा दिया। वहीं मकानों के पीछे निकले छज्जो को भी तोड़ा गया। इसके बाद झिरिया मंदिर के पास नाले पर मधुरम स्वीट्स के संचालक द्वारा निर्मित किए गए गोदाम को नाला क्षेत्र में होने के कारण अतिक्रमण मानते हुए उसे तोड़ दिया। यहीं नाले के किनारे बनी दुकानों को हिटैची की सहायता से साफ कर दिया गया। 

मकान के छज्जों को टूटता देख भडक गयी जनता
नालों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए नपा दस्ता जैसे ही गांधी कॉलोनी में ऐंमीनेंट स्कूल को तोडऩे पहुंची जहां एमीनेंट स्कूल का अतिक्रमण का हिस्सा कुछ हद तक तोड़ दिया गया था। वहीं स्कूल सामने किसी गुप्ता का मकान था।

जिसका छज्जा तोडऩे के लिए जैसे ही पोकलेन मशीन वहां पहुंची तो मकान मालिक और उनके बच्चे अपने परिचितों के साथ विरोध करने लगे। उनका कहना था कि नालों की सफाई करने का यह अभियान है और नालों पर जिन्होंने अतिक्रमण किए हैं उन्हें हटाए जाऐं। मेरा मकान नाले से दूर है, लेकिन मेरी दूसरी मंजिल पर छज्जा है जो अतिक्रमण में नहीं आता है, ऐसी स्थिति में उसे तोडऩा गलत है। 

श्री गुप्ता के समर्थन में कुछ ऐसे लोग भी आ गए जिन्होंने आज से पहले लोगों के मकान टूटने पर बहुत मजे लिए थे, लेकिन अपने परिचित पर कार्यवाही होते देख उनके चेहरे उतर गए और वह विरोध करने लगे, लेकिन प्रशासन ने विरोध को दरकिनार करते हुए छज्जे को तहस नहस कर दिया।