
जानकारी के अनुसार सिंघारई निवासी संजीव पुत्र बलवीर यादव का गांव में ही ईंट का भट्टा है वह शुक्रवार सुबह 9:30 बजे मजदूरों को लेकर ईंट भरवाने भट्टे पर गया इस दौरान ईंटों के बीच से एक नाग संजीव के बायें हाथ में उलझ गया संजीव ने पास रखी ईंट उठाकर नाग को मार डाला।
इस घटना के तत्काल बाद ईंटों के बीच से नागिन निकली और संजीव के दाएं हाथ की बीच की उंगली में डस लिया और तुरंत ओझल हो गई जहर इतनी तेजी से फैला कि संजीव बेहोश हो गया तत्काल परिजन उसे बेहोशी की हालत में इलाज के लिए जिला अस्पताल लाए, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
संजीव के ससुर चंद्रपाल का कहना है कि वह भी घटना के समय कुछ ही दूरी पर खड़े हुए थे जैसे ही संजीव को सांप ने काटा उनकी नजर सांप पर पड़ी जो देखने में एकदम पतला था, जबकि जो सांप संजीव के हाथ पर लिपटा और उसे माराए वह मोटा था। जिससे लगता है कि डसने वाली नागिन थी अक्सर नाग और नागिन साथ रहते हैं। जिससे अंदाज लगाया जा रहा है कि नागिन ने ही संजीव को डसा है।