
सरकार द्वारा प्याज न खरीदने के कारण किसान व्यापारियों के हाथों साढे तीन रूपए किलो तक प्याज बेचने पर विवश हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्याज मंडी में सरकार और प्रशासन के खिलाफ जोरशोर से नारे लगाए।
किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुरेश राठखेड़ा ने बताया कि कल से प्याज के मूल्यों को लेकर सरकार की घेराबंदी हेतु ब्लॉक स्तर पर किसान कांग्रेस का आदोलन शुरू होगा। कल सात जून को कोलारस, आठ जून को बैराड़ और 9 जून को पिछोर में किसान कांग्रेस द्वारा धरना देकर प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रदेश की भाजपा सरकार ने घोषणा की है कि सरकार 6 रूपए प्रति किलो की दर पर प्याज खरीदेगी लेकिन शिवपुरी में सरकारी अमले द्वारा प्याज की क्वालिटी देखकर उसकी खरीद की जा रही है। यही कारण है कि मंडी में पांच छ:सौ ट्रेक्टर ट्राली प्याज प्रतिदिन आ रही है, लेकिन सरकार ने नाम मात्र की ही खरीद की है। पहले दिन तो महज दो ट्रेक्टर ट्राली प्याज ही खरीद की गई है।
परेशान होकर किसान व्यापारियों को प्याज देने पर विवश है। शिवपुरी में व्यापारी डेढ़ सौ रूपए मन से लेकर साढे तीन सौ रूपए मन तक प्याज की खरीद कर रहे हैं। इस हिसाब से प्रति किलो किसान की प्याज साढे तीन रूपए से लेकर आठ रूपए किलो तक विक रही है।
कृषि मंडी पहुंचे किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुरेश राठखेड़ा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरवीर सिंह रघुवंशी, केशव सिंह तोमर, विनोद धाकड़, एनपी शर्मा, अवतार सिंह गुर्जर, वीरेन्द्र शर्मा सिरसौद, महंतराम रावत, सोनू राजावत आदि कांग्रेस नेताओं ने किसानों से परिचय प्राप्त कर पूछा कि उनकी प्याज किस दर से विक रही है।
महेन्द्र यादव ने बताया कि उसने 150 रूपए मन में प्याज का विक्रय किया है। अरविन्द सिंह दांगी निवासी चंदौरिया और अजमेर सिंह का कहना है कि उन्होंने 225 रूपए मन में अपनी प्याज बेची है और इतने कम दर पर उन्होंने प्याज इसलिए बेची है क्योंकि सरकार उनकी प्याज 6 रूपए प्रति किलो की दर पर खरीदने को तैयार नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि उनकी प्याज छोटी हैं।
प्याज नुकसान में बेचने को विवश है किसान
कांग्रेस नेता हरवीर सिंह रघुवंशी ने किसानों की पीड़ा का बखान करते हुए कहा कि वे नुकसान में प्याज बेचने को विवश है। एक बीघा में प्याज की खेती करने पर 15 हजार से 20 हजार तक का खर्चा आता है जबकि सिंह निवास के साहब सिंह रावत ने शिवपुरी मंडी में अपनी ट्रेक्टर ट्राली की प्याज मात्र 1600 रूपए में विक्रय की जिनमें से 1500 रूपए तो ट्रेक्टर ट्राली के भाड़े में ही खर्च हो गए।
ककरवाया के खच्चू रावत ने 159 रूपए प्रतिमन, प्रकाश रावत यावदा ने 172 रूपए प्रतिमन, महेन्द्र यादव खोईया ने 150 रूपए, रामजीलाल रावत बेंटा ने 175 रूपए, शिशुपाल रावत बामौर ने 172 रूपए, भरत जाटव मारौरा ने 200 रूपए प्रति क्विंटल प्याज का विक्रय किया। इससे साफ है कि सरकार द्वारा 6 रूपए प्रति किलो प्याज खरीदने का दावा पूरी तरह गलत है।