शिवपुरी। यह शुक्रवार की सबसे ताजा खबर है। आज सुबह शहर में स्कूल चले अभियान को चैक करने निकले डीपीसी शिरोमणि दुबे ने एक सहायक शिक्षक के मुंह पर अभियान के पप्रत्र फैंक दिए और शिक्षक को नौकरी नहीं करने देने की धमकी दी। वहीं डीपीसी शिरोमणि दुबे का कहना है कि कार्य में लापरवाही की जा रही थी। शिक्षक ने मेरे साथ अभद्रता की है।
जानकारी के अनुसार शहर के पुरानी शिवपुरी स्थित वार्ड क्रंमाक 23 के स्कूल चलें हम अभियान के दल का प्रभारी आपाक अहमद खॉन सहायक शिक्षक मदकपुरा प्राथमिक विद्यालय को बनाया गया है।
डीपीसी शिरोमणि दुबे के पास इस शिक्षक के खिलाफ पहले से ही कुछ नेगेटिव फीड थे। इसी क्रम के चलते डीपीसी आज सुबह 9 बजे शिक्षक के घर जा पहुंचे और शिक्षक से पूछा क्या कर रहे हो शिक्षक ने कहा कि में इसी वार्ड का निवासी हूॅ, और इसी वार्ड में ही अभियान में मेरी ड्यूटी लगी है।
और इसी के चलते प्रपत्र भर रहा हूॅ, इस पर डीपीसी ने कहा कि घर बैठकर अभियान का काम होता है। आपकी बहुत शिकायते मिल रही है। इस तरह दोनो में विवाद हो गया। इस मामले में डीपीसी का कहना है कि मेरे से शिक्षक ने अभद्रता करते हुए कहां कि यह मेरा क्षेत्र है मैं आपको देख लूंगा।
इधर सहायक शिक्षक अपाक अहमद खॉन का कहना है कि डीपीसी साहब सुबह ही मेरे घर आ धमके और पूछा कि क्या कर रहे हो, मैने कहा कि अभियान के प्रपत्र भर रहा हूॅ। इस पर वह भडक गए और कहा कि घर बैठकर ड्यूटी होती है क्या। तुम्है नौकरी नही करने दूंगा। और पूरे मोहल्ले वाले के सामने ही मेरे मुहं पर अभियान के प्रपत्र फैंक दिए।
और कहने लगे कि आरएसएस का आदमी हूॅ, कोई मेरा कुछ नही बिगाड सकता है। मंत्री मेरे आगे पीछे घूमते हैं, इस जिले के अधिकारी मेरा कुछ नही बिगाड़ सकते है। मैने साहब से कोई अभद्रता नही की है बल्कि उन्होने पूरे मोहल्ले के सामने मेरे साथ अभद्रता की है।
बताया गया है कि इस घटनाक्रम के बाद डीपीसी शिरोमणि पुरानी शिवपुरी के शासकीय स्कूल में पहुंच गए इसके बाद पुलिस को इस घटना क्रम की सूचना दी है।
बताय गया है कि मौके पर एडशिनल एसपी पहुंच गए थे समाचार लिखे जाने तक दोनो पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे थे। हालाकि अभी दोनो पक्षो में से किसी ने भी पुलिस को कोई भी आवेदन नही दिया है।
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