23 साल से चली आ रही परिवारिक जंग में आज फिर फायरिंग, दो घायल

शिवपुरी। अभी-अभी खबर आ रही है कि देहात थाना क्षेत्रांतर्गत बांसखेड़ी में सिख परिवारों के बीच 1993 में शुरू हुआ खूनी संघर्ष में अब तक करीब आधा दर्जन हत्याएं हो चुकी हैं मगर गोलीबारी और खूंरेजी के दौर 23 साल बाद भी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। 

आज इसी पुरानी रंजिश के चलते बांसखेड़ी के ही सिख समुदाय के दो गुटों में बड़ौदी क्षेत्र सरेशाम छह बजे के लगभग गोलीबारी हो गई जिसमें एक पक्ष के दो युवक घायल हुए हैं। 

बताया जा रहा है कि इस गोलीबारी से भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई, जिन दो युवकों को गोली लगी है। उन्होंने हमलावरों से बचाव की भरपूर कोशिश की जिसमें इनकी डस्टर कार भी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बताया जाता है कि हमलावर एक स्कार्पियो में सवार होकर आए थे जो संख्या में करीब आधा दर्जन बताए जा रहे हैं। 

घायलों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बांसखेड़ी निवासी हैप्पी सरदार अपने साथी दीपक सैनी के साथ बड़ौदी स्थित शौकत मिस्त्री के यहाँ डंफर सही करा रहे थे। ये दोनों अपनी डस्टर कार से वहाँ आए हुए थे। 

आरोप है कि इसी दौरान एक स्कार्पियों में सवार गुरदीप पुत्र इंदर सिंह, रणजीत पुत्र गुरदीप, हरदयाल पुत्र बलदेव सिंह, जनदयाल पुत्र अजीत सिंह, गुरुप्रीत पुत्र सुखदेेव सिंह निवासी बांसखेड़ी वहां आ पहुंचे। जिन्होंने इन दोनों को टारगेट कर घेरने का प्रयास किया। 

खतरा भांपकर हैप्पी और दीपक ने मौके से भागने की कोशिश की जिसमें उनकी डस्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गई, इसी बीच स्कॉर्पियो में आए उक्त लोगों ने कथित तौर पर फायरिंग शुरू कर दी थी। 

घायलों ने बताया कि गोली रायफल से दागी गईं हैं। एक गोली हैप्पी सरदार के हाथ में जा धंसी जबकि उसके साथी दीपक सैनी को बटों से घायल कर दिया गया। घटना की जानकारी हैप्पी के परिजनों को लगी और वे तत्काल ही मौके पर जा पहुंचे। तब तक हमलावर जा चुके थे। 

दोनों घायलों को जिला अस्पताल लाया गया जहाँ अब उनकी हालत खतरे से बाहर है। घटना के बाद अस्पताल में बड़ी संख्या में सरदारों का जमावड़ा लग गया और यहां स्थिति तनावपूर्ण नजर आई।

इनका कहना है
हैप्पी को गोली लगी है जबकि दीपक से मारपीट से घायल है। घायलों ने गुरुप्रीत सरदार एवं उसके परिजनों के खिलाफ बयान दिए हैं जिसके आधार पर पुलिस हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर जाँच कर रही है। 
संजय मिश्रा 
टीआई कोतवाली