
आरोपियों की गिर तारी के लिए तथा एफआईआर में हत्या का प्रयास और लूट की धारा बढवाने के लिए वनकर्मचारियों ने आज रैली निकालकर पुलिस अधीक्षक मो. युसुफ कुर्रेशी को ज्ञापन सौंपा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल को वनरक्षक शिखरचंद जैन जमोनिया बीट में तेन्दू पत्ता मजदूरों को मजदूरी का वितरण करने के लिए गए थे तो उस दौरान पांच आरोपियों ने उन्हें घेर लिया। जिनमें सनमान गुर्जर के दो पुत्र पंजाब सिंह गुर्जर और रामवरण गुर्जर सहित तीन आदिवासी थे।
जिनके हाथों में बंदूक और लाठियां थी। आरोपियों ने वनरक्षक शिखरचंद जैन का मोबाईल और नगदी राशि लूट ली और जब उसने एक आरोपी पंजाब गुर्जर को पहचान लिया तो आरोपियों ने इससे खफा होकर उस पर जानलेवा हमला बोल दिया।
पुलिस ने इस मामले में आरोपियों पर भादवि की धारा 333 के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया है। घटना में शिखरचंद जैन गंभीर रूप से घायल हुए और उनके दोनों हाथों में फैक्चर तथा सिर में चोट थी। गंभीर हालत में वनरक्षक को इलाज के लिए ग्वालियर रैफर कर दिया गया।
जहां वह बताया जाता है कि वह जीवन और मौत से संघर्ष कर रहे है। इस मामले में आरोपियों की गिर तारी के लिए मध्य प्रदेश वन कर्मचारी संघ ने आज वायपास स्थित वन मंडल कार्यालय से प्रभावशाली रैली निकाली जिसमें वन कर्मचारी डे्रेस पहने हुए शामिल थे और वह आरोपियों की गिर तारी के लिए जोरशोर से नारेबाजी कर रहे थे।
आंदोलनकारियों का नेतृत्व वन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद ग्वाल, कर्मचारी कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी चन्द्रशेखर शर्मा, कर्मचारी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र पिपलौदा, वृत्त अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार शर्मा आदि ने किया। रैली नगर के प्रमुख मार्गो से गुजरती हुई पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची जहां पुलिस अधीक्षक मो. युसुफ कुर्रेशी को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में अल्टीमेटम दिया गया है कि हमलावरों की गिर तारी न होने तक वन विभाग का संपूर्ण अमला अपना काम बंद कर वन मंडल कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन जारी रखेगा।