
और ग्रामीण को पीने तक पानी नही मिल पा रहा है और गांव वाले 4 से 5 किण् मी दूर से लाकर गन्दा पानी पीने को मजबूर है और प्रशासन अपनी नींद से जाग ही नही रहा है लगातार समाचार के माध्यम से प्रशासन को गवलीपुर में उत्पन्न पेजयल समस्याए भेजी गयी मध्य प्रदेश में आधिकारियो व् कर्मचारियों का बोलबाला है जो अपनी मर्जी से काम करते है चाहे जनता को पीने का पानी मिले ही नही ही ।ग्राम पंचायत ग्वालीपुर में वर्तमान में महिला सरपंच है सरकार का प्रयास है हर महिला सरपंच की हर समस्याए को हल किया जाये जिससे उन ऑफिसओ के चक्कर नही लगने पड़े पर पोहरी में तो आधिकारियो की चलती के चलते कोई किसी की नही सुनता है पैसे दो और काम करवो ये पोहरी तहसील के अधिकारी व् कर्मचारियों का नारा है ग्राम पंचायत के सरपंच श्री मति मंजू शर्मा प्रशासन से पीने का पानी नही मिलने के चलते भगवान शिवशंकर के दरवार में एक आवेदन लेकर ग्वालीपुर पंचायत में उत्पन्न पेयजल समस्याओं को लेकर भगवान शिवशंकर को ही आवेदन दे डाला जब प्रेस के लोगो ने जानकारी चाही की आप ने पानी के लिया प्रशासन को आवेदन न देकर भगवान शिव को आवेदन क्यों दिया महिला सरपंच श्री मति मंजू शर्मा जब प्रशासन के चक्कर लगा कर थक गयी और पंचायत वासियो को पानी नही दिला पाने के चलते महाशिवरात्रि के दिन ग्वालीपुर पंचायत में केदारसुर में भगवान शिवशंकर का विशाल मंदिर है ग्रामीणओ को पानी मिले प्रशासन से नही तो भगवान शिव से ग्राम पंचायत ग्वालीपुर की पानी की समस्या को हल करने का आवेदन दे डाला।आवेदन में सरपंच ग्वालीपुर ने ग्वालीपुर पंचायत में उत्पन्न पेयजल संकट से ग्रामवासियो को जल्द से जल्द छुट करा मिल सके।केदारेसुर में प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के दिन मेला लगता है