
प्राप्त जानकारी के अनुसार नरवर में जय दुर्गे स्वसहायता समूह के नाम से एक समूह बैजंती केवट पत्नि सुरेश केवट निवासी सीहोर ने बनाया था। जिसमें सचिव के पद पर कुसरानी रजक को पदस्थ किया। वर्ष 2014 में सचिव कुसरानी रजक और उसके सहयोगी लोटन सिंह गुर्जर ने भारतीय स्टेट बैंक के समूह के खाते से कूट रचित दस्तावेज तैयार कर 69 हजार रूपए की राशि आहरित कर ली। राशि अहारित होने की जानकारी जब समूह की अध्यक्ष बैजंती जाटव को लगी तो उन्होंने अपने एक शिकायती आवेदन पत्र पुलिस को सौंपा जिसकी जांच पूर्ण होने पर दोनों आरोपी लोटन सिंह गुर्जर और कुसरानी रजक के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।