शहर में कैंसर पीडि़ता को मिल रही मदद

शिवपुरी-शहर मे कैंसर रोग से पीडि़त मुस्कान धाकड़ की मुस्कान वापस लाने के लिए पूरा शहर एकजुट हो गया है। भले ही इसकी शुरूआत यातायात विभाग के सूबेदार पुरूषोत्तम विश्नोई ने की हो, बाबजूद इसके आज भी शहर के अनेकों लोगों ने इस हाथ बढ़ाकर इस पीडि़त परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट कर खूब मदद की है। जिसमें शिक्षक, चिकित्सक, समाजसेव व जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासनिक दल शामिल है। 

ऑटो चैकिंग में पकड़ आया कि कैंसर पीडि़त है परिवार 
कुछ दिनों पूर्व ऑटो चालकों के चालान काटने की ड्यूटी कर रहे पुरूषोत्तम विश्नोई को जानकारी लगी कि ऑटो चालक बलवीर धाकड़ की बेटी मुस्कान धाकड़ कैंसर रोग से पीडि़त है इसे लेकर स्वयं इस पीडि़त परिवार के प्रति मानवता का उदाहरण पेश करते हुए सूबेदार पुरूषोत्तम विश्नोई ने मदद का हाथ बढ़ाया और यह एक हाथ इतना बढ़ा कि आज पूरा शहर इस कैंसर पीडि़त मुस्कान की सहायता के लिए उमड़ पड़ा। ना केवल नगद राशि बल्कि बैंक खाते के माध्यम से दूर-दराज से भी मुस्कान के परिजनों को आर्थिक मदद उसके इलाज के लिए प्राप्त हुई है। ऐसे में कहना अतिश्योक्ति ना होगा कि कैंसर पीडि़ता को मदद कर मानवता की मिसाल सूबेदार पुरूषोत्तम विश्नोई ने पेश की है। 

सामाजिक संस्थाओं ने भी बढ़ाए हाथ 
कैंसर पीडि़त मुस्कान की मदद करने के लिए शहरवासियों ने मिलकर हाथ बढ़ाया है। जिसमें सामाजिक संस्थाओं में लियो क्लब द्वारा सर्वाधिक 26 हजार 100 रूपये की सहायता की गई तो वहीं जिला प्रशासन द्वारा रेडक्रास सोसायटी के माध्यम से 5 हजार रूपये की राशि की मदद की। इसके अलावा शहर के तमाम लोग जो पीडि़त बालिका के प्रति मदद करना चाह रहे थे वह ाी समाचार पत्रों के माध्यम से इस परिवार के पास पहुंचे और मदद का हाथ बढ़ाया। जनपद अध्यक्ष पारम सिंह रावत ने स्वयं 10 हजार रूपये की मदद की तो वहीं बस ऑपरेटर, यातायात विभाग, ब्राह्मण महासभा, शिक्षकगण व अन्य शहरवासी भी इस सेवा भाव में आगे आए और पीडि़त परिवार के प्रति सहानुभूति रखते हुए मदद की। 

उज्जैन में होगा इलाज 
कैंसर पीडि़ता मुस्कान की मुस्कान को वापिस लाने के लिए अब यह परिवार मददगारों की मदद से प्रफुल्लित है और इस बालिका के इलाज के लिए वह उज्जैन जा सकेंगें। इस मदद से इन्हें आस है कि ईश्वरीय कृपा उन्हें प्राप्त होगी और बच्ची का इलाज हो सकेगा। कैंसर से पीडि़त परिवार पर यह विपदा बुरी तरह पड़ी है जो कि नि न परिवार के होकर इस मासूम बालिका को देखकर ही अपना जीवन गुजर-बसर कर रहे थे लेकिन जैसे ही लोगों के पास इस पीडि़त परिवार की गुहार पहुंची तो यह परिवार आज मुस्कुराहट लाने की स्थिति में नजर आया। अब उज्जैन में बालिका का उपचार होगा जिसमें यदि और मदद की आवश्यकता पड़ी तो संभव है प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन इस कार्य में सहभागी होंगें।