
जैसा कि विदित है कि चैत्र नवरात्रि में बलारी माता के मंदिर में भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। लेकिन अब बलारी माता मंदिर के नेशनल पार्क क्षेत्र में होने के कारण मेले का स्थान करई किया जा रहा है।
जो कि बलारी माता मंदिर से लगभग 10-12 किलोमीटर दूर है। इसका भक्तगणों ने विरोध किया है और 10 मार्च को भक्तगण सिद्धेश्वर मेला ग्राउण्ड में एकत्रित होकर रैली निकालने की तैयारी कर रहे हैं। इस हेतु आज चिंताहरण पर बैठक का आयोजन भी किया गया।
जिला मु यालय से लगभग 30 कि.मी. दूर सुरवाया थाना क्षेत्र में प्रतिवर्ष नवरात्रि पर बलारी माता मंदिर प्रांगण में भव्य मेले का आयोजन होता है। बुजुर्ग बताते हैं कि यह मेला 100 वर्षों से अधिक समय से लग रहा है।
यह मंदिर घनघोर जंगल में स्थित है और एक जमाने में डकैतों की शरणस्थली के रूप में जाना जाता था। बलारी माता मंदिर में कु यात डकैत रामबाबू-दयाराम गड़रिया गिरोह ने अपनी आस्था का प्रदर्शन करते हुए एक बड़ा घंटा भी चढ़ाया था।
दूर-दूर से नवरात्रि में दर्शन करने के लिए यहां हजारों भक्तगण पहुंचते हैं और न केवल मनौती मांगते हैं बल्कि मनौती पूर्ण होने पर भव्य भण्डारा भी कराते हैं। लेकिन नेशनल पार्क क्षेत्र में आने के बाद अब मंदिर के स्थल को स्थानांतरित कर दिया गया है।
सुरवाया के नजदीक करई में प्रशासन द्वारा मेला लगाने की तैयारियां की जा रही हैं और कहा जा रहा है कि इस बार से भव्य मेला लगेगा, लेकिन श्रद्धालुओं का कहना है कि यह मंदिर उनकी आस्था से जुड़ा हुआ है और जिस स्थान पर प्रशासन मेला लगा रहा है। वह स्थल मंदिर से कई किलोमीटर दूर स्थित है। इसलिए मेला प्राचीन स्थल पर ही लगाया जाए।
भक्तों के निशाने पर आये सीसीएफ शशि मलिक
बलारी माता मंदिर के मेले के स्थल को स्थानांतरित करने के कारण वन मंडला अधिकारी शशि मलिक भक्तगणों के निशाने पर आ गये हैं। उनके विरोध में पर्चा नगर में बांटा जा रहा है और उन पर व्यक्तिगत और कथित रूप से मानहानि जनक टिप्पणियां की गई है।
यहां तक कहा गया है कि सीसीएफ मलिक को हटाया जाए क्योंकि वह हिन्दु राज्य में रहने के लिए कतई उपयुक्त नहीं है तथा मूर्ति पूजा के घोर विरोधी हैं। हम माँ से प्रार्थना करेंगे कि इसका......माँ का नाम लेकर शासन करे।
वहीं दूसरी ओर पर्चे में कलेक्टर राजीव दुबे की तारीफ की गई है और कहा गया है कि शिवपुरी का सौभाग्य है कि मध्य प्रदेश सरकार ने कलेक्टर दुबे जैसा धार्मिक व्यक्ति शिवपुरी को दिया है। इसके बाबजूद भी मलिक हमें मंदिर में जाने से रोकने का प्रयास कर रहे हैं।
दस-दस फुट की बाउण्ड्रीबाल बनाई जाये
भक्तगणों ने प्रस्ताव किया है कि यदि भक्तों से नेशनल पार्क के जानवरों को खतरा है तो सड़क के दोंनों ओर 10-10 फिट की बाउन्ड्रीबाल बनाकर माँ बलारी के दर्शन का रास्ता साफ किया जाए। यहां तक कहा गया है कि क्षेत्रीय सांसद औैर विधायक स्वयं माँ के दरबार में लाखों रूपए की सौगात मंदिर में दे रहे हैं।