शिवपुरी। अभी तक नगरपालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह और उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा के बीच शीतयुद्ध चल रहा था। एक ही पार्टी में होने के कारण अनुशासन की डोर से खुलेआम आक्रमण करने से परहेज किया जा रहा था, लेकिन अब नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने खुलकर अपनी ही पार्टी के अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
बकौल श्री शर्मा, नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार में वह सहभागी नहीं बनेंगे और जनहित के साथ वह हमेशा खड़े रहेंगे। वहीं दूसरी ओर भाजपा पार्षद और पूर्व नपा उपाध्यक्ष भानू दुबे ने भी अध्यक्ष के खिलाफ शंखनाद करते हुए कहा कि वह अध्यक्ष की मनमानी नहीं चलने देंगे।
परिषद की बैठक में अनुपस्थिति पर खुलेआम बोलते हुए अन्नी शर्मा ने कहा कि वह अध्यक्ष के रंग ढंग से तंग आ चुके थे। नगर पालिका में भ्रष्टाचार ने सारी सीमायें तोड़ दी है। नगर पालिका में भाजपा शासित पिछली नगर पालिका से भी अधिक भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है। अध्यक्ष अपने चहेतों को उपकृत कर रहे हैं।
मनमाने ढंग से अर्जेंड़ा तैयार किया जा रहा है। हमला बोलते हुए श्री शर्मा ने कहा कि परिषद के एजेंड़ें में बिन्दु क्रमांक 36 का क्या अर्थ है। जिसमें अन्य प्रकरण अध्यक्ष महोदय की अनुमति से लिये जाने की बात कही है। नगरपालिका अधिनियम के तहत यह अधिकार अध्यक्ष को किसने दे दिया है कि वह अपनी मनमानी के लिए अधिकृत है।
श्री शर्मा ने कहा कि इस आड़ में ऐसी फाईलें निपटाने की तैयारी थी जिनमें भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। इन की सूची में नाला सफाई, मनियर तालाब की सफाई आदि काम शामिल हैं। नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि ट्यूबलाईट में लगाने के क्ले प बाजार में 250 रूपए में मिलते हैं, लेकिन यदि इन्हें थोक में लिया जाए तो यह 175 रूपए तक में उपलब्ध है।
जबकि इनके स्थान पर नगरपालिका में 4 हजार क्ले प 32 लाख रूपए में सप्लाई किये गए हैं। गणित लगाया जाये तो एक क्ले प की दर 900 रूपए बैठती है। कौन यह भ्रष्टाचार कर रहा है? इसका जवाब देते हुए श्री शर्मा ने कहा कि अध्यक्ष के चहेते इन भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने अपनी भावना से श्री सिंधिया सहित वरिष्ठ नेताओं को भी अवगत करा दिया है।
अनुशासन की आड़ में उन्हें भ्रष्टाचार को सहन करने में भागीदार बनने में कोई रूचि नहीं है। दूसरी ओर भाजपा पार्षद भानू दुबे ने भी अध्यक्ष पर हमला बोला और कहा कि भाजपा पार्षदों ने 15 दिस बर को और फिर 25 दिस बर को परिषद की बैठक बुलाने के लिए आवेदन दिया लेकिन उनके आवेदन पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
परिषद की पिछली बैठक सात नव बर को हुई थी। इस हिसाब से सात जनवरी तक परिषद होनी थी, लेकिन अध्यक्ष ने बैठक नहीं की। इसके बाद उन्होंने बयान दिया कि नगर पालिका मेरे हिसाब से चलेगी। यह नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने बैठक के एजेंडे को भ्रामक और पार्षदों को भ्रमित करने वाला बताया। उन्होंने बिन्दु क्रमांक 9 का जिक्र किया जिसमें फिल्टर प्लांट घसारई, भदैयां कुण्ड एवं स पवैलों की मोटर की वित्तीय एवं प्रशासकीय स्वीकृति वाबत जिक्र है। उनके अनुसार यह प्रस्ताव पारित कर लाखों रूपए खर्च कर दिये जाएंगे। इसमें राशि का कोई वर्णन नहीं है। बिन्दु क्रमांक 32 और 35 पर भी उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई।
विकास में अडंगा लगा रही है भाजपा और उपाध्यक्ष: मुन्नालाल
नगरपालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने भाजपा और नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा पर विकास में अडंगा लगाने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि मैं तो नगर के विकास के लिए समर्पित हूं और शहर का विकास चाहता हूं। इसीलिए परिषद की बैठक बुलाई गई, लेकिन अनुपस्थित रहने वाले विकास विरोधी है।
उन्हें कोई आपत्ति थी तो बैठक में उन्हें उपस्थित होकर अपनी बात रखनी थी, लेकिन बैठक का वहिष्कार कर वह क्या सिद्ध करना चाहते हैं। इससे लगता है कि लोकतंत्र में उनकी कोई आस्था नहीं है और वह अपनी मनमानी करने पर उतारू हैं। अनुपस्थित पार्षदों ने मुझे नहीं बल्कि नपाध्यक्ष के गरिमा पूर्ण पद को अपमानित करने का प्रयास किया है और उसकी गरिमा को गिराने का कार्य किया है।
यह अच्छी बात नहीं है कि हमारी पार्टी के उपाध्यक्ष ने भाजपा पार्षदों के साथ हाथ मिलाया है। इसकी शिकायत वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से करेंगे। श्री कुशवाह ने कहा कि नगर के विकास के लिए वह किसी के भी साथ चलने को तैयार है। उनकी दृष्टि में ज्योतिरादित्य सिंधिया और यशोधरा राजे सिंधिया दोनों ही सर्व मान्य नेता हैं।