शिवपुरी का व्यापंम घोटाले: 19 फर्जी पटवारियों पर FIR

शिवपुरी। शिवपुरी में ब्यापम घोटाला नए सिरे से फिर से चर्चित हो गया है। वर्ष 2008 की ब्यापम परीक्षा में चयनित हुए शिवपुरी जिले के 19 पटवारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला आज कोतवाली शिवपुरी में दर्ज हो गया है। ये आरोपी पटवारी वे हैं जिन्होंने छत्तीसगढ़ के विभिन्न फर्जी कॉलेजों से फर्जी डिप्लोमा प्राप्त कर पात्रता हांसिल की थी। 

जांच के बाद यह मामला उजागर हुआ और तत्कालीन कलेक्टर आरके जैन ने फर्जी कॉलेजों और फर्जी परीक्षार्थियों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिये थे, लेकिन पांच साल बाद इन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज हो सका। विदित हो कि इस मामले को शिवपुरी समाचार डॉटकॉम ने प्रमुखता से उजागर किया था। जिसके बाद प्रशासन और पुलिस की तंद्रा टूटी और आखिरकार मामला कायम हो गया। 

शिवपुरी में ब्यापम घोटाले का जिन्न एक बार फिर से बोतल से बाहर आ गया। वर्ष 2008 की व्यापम परीक्षा में शिवपुरी जिले के जिन 19 परीक्षार्थियों ने पात्रता हांसिल कर इस परीक्षा को उत्तीर्ण किया था। जब उनके दस्तावेजों की सघन जांच की गई तो स्पष्ट हुआ कि उन्होंने फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर पात्रता हांसिल की थी। उन्होंने ऐसे कॉलेज और यूनिवर्सिटी से प्रमाण पत्र बनबाये थे। 

जिन्हें मान्यता हांसिल नहीं है। बताया जाता है कि उक्त कॉलेज और विश्व विद्यालय छत्तीसगढ़ राज्य के हैं। इन फर्जी संस्थानों से फर्जी परीक्षार्थियों ने वर्ष 2004-05 में डीसीए के डिप्लोमा बनबाये थे और परीक्षा उत्तीर्ण कर पटवारी बन बैठे थे। यह मामला जब तत्कालीन कलेक्टर आरके जैन के संज्ञान में आया तो उन्होंने उक्त पटवारियों के प्रमाण पत्र जांच करने का निर्देश दिया। 

जांच के दौरान सच्चाई स्पष्ट हो गई और पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया। कलेक्टर जैन ने उक्त मामले की जांच 2011 में कराई थी और 2013 में जांच रिपोर्ट से फर्जी बाड़ा स्पष्ट हो गया। इस पर पूर्व कलेक्टर आरके जैन ने 3 जनवरी 2013 को उक्त फर्जी पटवारियों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिये लेकिन उनके स्थानांतरण के बाद यह पूरा मामला दो साल तक लटका रहा, लेकिन मीडिया की सजगता के कारण आखिरकार पुलिस को प्रकरण दर्ज करना ही पड़ा। 

इन फर्जी पटवारियों के विरूद्ध दर्ज हुआ प्रकरण 
श्रीकृष्ण गुप्ता पुत्र धनीराम गुप्ता निवासी पुरानी तहसील करैरा, दिलीप कुमार शर्मा पुत्र श्रीराम शर्मा ग्राम व पोस्ट बामौरकला तहसील खनियांधाना, शिवकांत गुप्ता पुत्र योगेश्वर गुप्ता ग्राम खोड़ तहसील पिछोर, सौरभ गुप्ता पुत्र रामगोपाल गुप्ता यादव मोहल्ला वार्ड 15 मकान 114 करैरा, अनिल धाकड़ पुत्र चिरौंजी धाकड़ ग्राम रायपुर पोस्ट ऐचबाड़ तहसील पोहरी जिला शिवपुरी, सुरेन्द्र धाकड़ पुत्र रमेश धाकड़ जगतपुर तहसील कोलारस, महेश कुमार वर्मा पुत्र सीताराम वर्मा ग्राम व पोस्ट परिच्छा, जयप्रकाश वर्मा पुत्र करन सिंह वर्मा शिव किराना स्टोर एम.एम. हॉस्पीटल के पास शिवपुरी, देवेन्द्र सिंह धाकड़ पुत्र करन सिंह धाकड़ विवेकानंद कॉलोनी शिवपुरी, मनीष शर्मा पुत्र केदार शर्मा व्हीटीपी स्कूल डॉक्टर बरूआ के पीछे शिवपुरी, अरविन्द्र वर्मा पुत्र प्रेमनारायण वर्मा ग्राम कनाखेड़ी पोस्ट झिरी तहसील पोहरी, रेखा धाकड़ पुत्री मुरारी धाकड़ सुभाष कॉलोनी शिवपुरी, निर्मला धाकड़ पुत्र रघुवर धाकड़ विवेकानंद कॉलोनी शिवपुरी, बृजेश धाकड़ पुत्र कमर सिंह विवेकानंद कॉलोनी शिवपुरी, कृष्णा वर्मा पुत्री रमेशचन्द्र न्यू कॉलोनी करैरा, राघवेन्द्र प्रताप धाकड़ पुत्र नक्टूराम धाकड़ न्यू कॉलोनी करैरा, नव प्रवीण धाकड़ पुत्र नक्टूराम धाकड़ न्यू कॉलोनी करैरा, संगीता साहू पुत्री रामसेवक साहू ग्राम भौंती, रामप्रकाश भार्गव पुत्र जगदीश प्रसाद भार्गव नापतौल ऑफिस के पास फूटा तालाब तहसील करैरा शामिल हैं। 

आरोपियों में अधिकांश धाकड़ समुदाय के 
इस मामले में खास बात यह है कि जिन आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज हुए हैं उनमें से अधिकांश धाकड़ समुदाय के हैं। इस बात का फर्जी बाड़े से क्या संबंध है। इसकी भी जांच आवश्यक हैं। 
इनका कहना है
पटवारी परीक्षा 2008 में चयनित 19 ऐसे आरोपियों के विरूद्ध धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में आपराधिक प्रकरण इस आधार पर दर्ज कर लिये गए हैं क्योंकि उन्होंने पटवारी परीक्षा में फर्जी संस्थाओं के प्रमाण पत्र संलग्न कर पात्रता हांसिल की थी। 
मो. युसुफ कुर्रेशी 
पुलिस अधीक्षक शिवपुरी