शिवपुरी। सीवर खुदाई के दौरान शहर की सडकों ने दम तोड दिया और इन्ही 14 सड़कों के डामरीकरण कार्य का भूमि पूूजन आज बजे सुभाष पार्क पुरानी शिवपुरी में सांसद सिंधिया के मुख्य आतिथ्य में किया। बताया गया है इन सड़को के भूमिपूजन का कार्यक्रम आनन-फानन में किया गया और इन सड़को के अभी टेंडर अभी क्लीयर नही है और श्रेय की राजनीति के चक्कर में सिंधिया ने भूमिपूजन कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीवेज प्रोजेक्ट के कारण खुदाई से जीर्णशीर्ण हुई सड़कों के निर्माण केे लिए माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के बाद प्रदेश सरकार ने तीन करोड़ रूपए की राशि मंजूर की थी। इसके बाद यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने पिछले दौरे में उन पांच सड़कों का भूमि पूजन किया था।
जिनमें सीवेज पाईप लाईन और सिंध पाईप लाईन दोनों डाली जा चुकी थीं तथा जिनके टेंडर भी हो चुके थे और संबंधित फर्म को वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिये गए थे।
लेकिन शेष 14 सड़कों का भूमि पूूजन इसलिए नहीं हुआ था क्योंकि उनके टेंडर तो हो चुके थे, लेकिन न्यूनतम दर डालने वाली फर्म को काम दिये जाने का निर्धारण नहीं हो सका था, क्योंकि न्यूनतम दर डालने वाली फर्म को राज्य शासन द्वारा ब्लैक लिस्टेड घोषित कर दिया गया था।
ऐसी स्थिति में उक्त फर्म को कार्यादेश देने का सवाल ही नहीं था, यहां तक की दर फाइनल करने के लिए परिषद की बैठक भी नहीं हुई थी। लेकिन कल अचानक कांग्रेस ने तय किया कि सिंधिया के दौरे में उक्त 14 सड़कों के डामरीकरण कार्य का भूमि पूजन कराकर भाजपा को श्रेय की राजनीति से बंचित कर दिया जाए।
इसके लिए नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह को मनाने का जि मा सांसद प्रतिनिधि बैजनाथ सिंह यादव को सौंपा गया। लेकिन नपा अध्यक्ष कुशवाह और उनके सलाहकारों ने अचानक इस कार्यक्रम को कराने से इन्कार कर दिया।
नपा अध्यक्ष कुशवाह का कहना था कि जब टेंडर ही फाईनल नहीं हुए और वर्क ऑर्डर जारी नहीं हुए तो ऐसी स्थिति में भूमि पूजन से हास्यास्पद स्थिति ही निर्मित होगी। उन्होंने सीएमओ श्री शर्मा से सलाह की तो कमलेश शर्मा ने भी इन्कार कर दिया।
इसके बाद देर रात तक श्री कुशवाह को मनाने का सिलसिला चलता रहा, लेकिन वह नहीं माने बाद में सूत्र बताते हैं कि श्री सिंधिया ने उनसे स्वयं बातचीत की और इस दवाब का परिणाम यह हुआ कि इच्छा न होने के बाबजूद श्री कुशवाह कार्यक्रम के लिए तैयार हो गए। और सांसद सिंधिया ने इन 14 सडको का भूमिपूजन भी कर दिया।