शिवपुरी। विगत 17 अक्टूबर को ग्राम सड़ में हुई अनिल विश्वकर्मा की संदिग्ध मौत के मामले में कल पुलिस पर गांव में पहुंचकर उत्पात मचाने का आरोप लगा है। इस पूरे मामले में ग्राम सड़ के सरपंच गुल्ली पंडित ने करैरा टीआई पर गंभीर आरोप लगाए है।
आरोपो मेें कहा गया है कि पुलिस ने अपने आपको बचाने के लिए पुलिस के खिलाफ बयान देने वाले पूर्व सरपंच नवल सिंह परिहार और राजेन्द्र सिंह रावत को पकड़ कर उनके और उनके परिजनों की जमकर मारपीट की बाद में पुलिस दोनों गवाहों को उठाकर अपने साथ करैरा ले गई।
जबकि इस पूरे मामले में टीआई पीपी मुदगल से जानकारी चाही गई तो उन्होंने संवाददाता को पुलिस कार्यवाही में हस्तक्षेप न करने की हिदायत दी।
गांव के सरपंच गुल्ली पंडित ने फोन पर चर्चा करते हुए बताया कि रात्रि करीब 10 बजे के लगभग करैरा टीआई पीपी मुदगल अपने पुलिस फोर्स के साथ गांव में पहुंचे जहां पुलिस के पक्ष में गवाही देने वाले कल्ली रावत, वीरेन्द्र रावत निवासी बामरौन, बनबारी रावत और कल्ला रावत के साथ टीआई ने पूर्व सरपंच नवल सिंह परिहार, राजेन्द्र रावत सिंह रावत की मारपीट की और उसके घर का सामान भी तोड़ फोड़ दिया।
यहां तक की पुलिस ने उनकी महिलाओं के साथ ही मारपीट की। इसी दौरान हत्या आरोपी, वीरेन्द्र रावत, पंजाब रावत, टिक्कू रावत के घर पर जाकर भी तोड़ फोड़ की है। गुल्ली पंडित ने आरोप लगाया है कि टीआई ने पुलिस के खिलाफ गवाही देने वाले दोनों युवकों पर बयान बदलने का दवाब बनाया।
इनका कहना है
पुलिस की कार्यवाही में क्यों हस्तक्षेप कर रहे हो। तु हें जो छापना है सो छाप दो मुझे परवाह नहीं है।
पी.पी. मुदगल
टीआई करैरा