शिवपुरी के 2 डॉक्टर ओर 3 आरक्षको को कभी भी उठा सकती है सीबीआई

शिवपुरी। खबर अब छन के आ रही है कि सीबीआई टीम ने व्यापमं के उन 2 डॉक्टरो और 3 आरक्षकों के खिलाफ सबूत जुटाने आई थी। जो बैकडोर इंट्री से परिक्षा पास कर नौकरी कर रहे है।

बताया जा रहा है कि  शिवपुरी आए सीबीआई के सहायक उपनिरीक्षक विपिन गहलौत ने पीजी कालेज में वर्ष 2013 में हुई पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा का रिकार्ड खंगाला और बारीकी से जिस तरह से छानबीन की है उसको देख लगता है कि अब यह काण्ड किसी नतीजे पर पहुचेगा।

यहां जिले में मेडीकल फील्ड में कई मुन्नाभाई ऐसे हैं जो फर्जीवाडे के बूते डाक्टरी छान रहे है। इन संदेही डॉक्टरो के खिलाफ भी सीबीआई सबूत जुटा रही है। आने वाले समय मे इनकी उठापटक भी तय मानी जा रही है।

कल शिवपुरी आए सीबीआई अधिकारी ने पीजी कालेज के उन प्राध्यापकों, लिपिकों से लेकर अतिथि विद्धानों के बयान लिए जिन्होनें व्यापम काण्ड के संदेही अ यर्थियों के कक्ष क्रमांक 13 में तत्सतय परीक्षा डयूटी दी थी या परीक्षा व्यवस्थाओं से जुड़े हुए थे।

महाविद्वालयीन स्टाफ में से  जो लोग व्यापम की परीक्षा व्यवस्था से जुड़े थे उनमें से महेश भार्गव,श्रीमती संध्या भार्गव, प्रो गजेन्द्र सक्सेना, आशीष मिश्रा डॉ भावना जैन राहुल चौधरी,रामेश्वर प्रसाद पाठक आदि में से अधिकांश तो बयान दे कर सीबीआई को अपनी स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं मगर जो रह गए हैं उनके बयान संभवत: फि र  रिकार्ड किए जाऐंगे।

इन से पूछा जा रहा है कि क्या परीक्षा के वक्त उन्होंने स बन्धित संदिग्ध अभ्यर्थियों के फोटो का मिलान किया था अथवा नहीं,  हस्ताक्षर के वक्त हस्ताक्षर मिलाए अथवा नहीं आदि आदि।

अन्य पूछताछ भी कॉलेज स्टाफ  से की गई है। बताया जाता है कि जिन तीन आरक्षकों के बारे में यह जांच चल रही है वे व्यापम के बैकडेार चैनल से सिलेक्ट हुए हैं हालांकि असल स्थिति तो जांच पूरी होने के बाद ही सामने आऐगी। मगर इस पूछताछ के बाद से कॉलेज स्टाफ  में ही नहीं जिले भर में सरगर्मी सी व्याप्त हो गई है।

जानकारी यह भी मिल रह है कि सीबाीआई ने अभी फर्जी डॉक्टरो और आरक्षको को आरोपी होने की भनक भी नही लगने दी है। वे कहां नौकरी कर रहे है उनकी हर गतिविधि पर सीबीआई नजर रखे हुए है। इनके खिलाफ सबूत इकठ्ठे हो जाऐंगे तो कभी भी इन्है सीबाीआई उठा सकती है।