मध्यांचल ग्रामीण बैंक कर्मियों का आंदोलन शुरू, दिया धरना

शिवपुरी। अपनी लंबित मांगों को लेकर मध्यांचल ग्रामीण बैंक कर्मियों का आंदोलन शुरू हो गया है। काली पट्टी बांधकर विरोध कर रहे कर्मचारियों ने आज प्रधान कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को लेकर मध्यांचल ग्रामीण बैंक के चेयरमैन राजशेखरन को ज्ञापन दिया।

मध्यांचल ग्रामीण बैंक वर्कर्स/ऑफीसर्स ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष एसकेएस चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि 7 सित बर से कर्मचारी और अधिकारी एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर रहेंगे और इसके बाद भी यदि मांगें नहीं मानी गई तो 14 सित बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ कर दी जाएगी।

मध्यांचल ग्रामीण बैंक वर्कर्स/ऑफीसर्स ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष एसकेएस चौहान और महासचिव मुरारीलाल गुप्ता द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन में कहा गया है कि विवश होकर ग्रामीण बैंक कर्मी हड़ताल के लिए बाध्य होंगे। केन्द्रीय श्रम आयुक्त जबलपुर के हस्तक्षेप के बाद प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच संधारण कार्यवाही संपन्न कराई गई।

जिसके फलस्वरूप हड़ताल स्थगित कर दी गई और प्रबंधन को सलाह दी गई कि वे यूनियन की मांगों पर दिशा निर्देशों के अनुसार विचार करें, लेकिन 9 माह से अधिक समयावधि बीत जाने पर भी मांगों पर विचार नहीं किया गया। मांगों का जिक्र ज्ञापन में भी किया गया है।

यूनियन ने प्रवर्तक बैंकों में लागू वेतनमान एवं एरियर्स के भुगतान की मांग की है। कार्यालय सहायकों को वर्ष 2010 से स्नातक वेतनवृद्धि का भुगतान करने की भी मांग की गई है।

इसके अलावा मकान किराया भत्ते का भुगतान, मोबाइल सुविधा, स्टाफ बेलफेयर फंड की स्थापना, स्थानांतरित कार्मिकों की शीघ्र कार्य मुक्ति, पदोन्नत कार्मिकों की मूल जोन में तत्काल वापसी, क प्यूटर वेतन वृद्धि के अलावा अधिकारी अजमेर सिंह भिडे की तत्काल बैंक सेवा में बहाली की मांग की गई है। ज्ञापन में 21 सूत्रीय मांगों का जिक्र किया गया है।