शिवपुरी। आज करैरा अनुविभाग के अमोला थाना क्षेंत्र के ग्राम मामौनीखुर्द में बीती रात एक महिला ने अपने दो मासूम बेटो के साथ कुंए में कूंदकर आत्महत्या कर ली, पुलिस ने तीनों शवो को निकालवाकर अमोता पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया लेकिन सिरसौद और करैरा के डॉक्टरों सीमाओं की लड़ाई लड़ते रहे और इधर लाशे बदबू देने लगी।
जानकारी के अनुसार अमोला थाना क्षेत्र के ग्राम मामौनीखुर्द में बीती रात एक महिला अवद्येश (26 )पत्नी धनीराम पाल अपने दो मासूम बेटो विकास(4) व कल्लन(2) के साथ घर के पास स्थित कुंए में कूंद गई। इस घटना में पानी में डूबने के कारण तीनो की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई।
घटना की सूचना रात में ही पुलिस को दे दी गई थी जिस पर से मौके पर पहुंची पुलिस ने कुएं में महिला व एक बच्चें का शव तो निकलवा लिया लेकिन एक शव और कुएं में रह गया जिस पर से पुलिस ने रात अधिक होने की बात कहकर सुबह शव निकालने की बात कही।
फिर मंगलवार को शेष बचा शव भी कुएं में से निकलवाया गया। इधर जब तीनो के शव पीएम के लिए सिरसौद उप स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुंचे तो वहां के प्रभारी डॉक्टर अमर सिंह मांझी ने पीएम करने से मना कर दिया। परिवार जन दो घंटे तक डॉक्टर की मानमनुहार करते रहे। उसके बाद परिजन इन तीन लाशो को करैरा स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच गए लेकिन यहां भी स्थिति बिगड़ी हुई दिखाई दी और यहां के डॉक्टरो ने भी पीएम में आनाकानी की।
मंगलवार की शाम तक तीनो के पीएम नही हो पाए थे और ट्रेक्टर में पड़ी तीनो लाशें बदबू मारने लगी और पीडि़त परिवार अपने शवों को लेने के लिए भटक रहा था। तब जाकर कही इन तीनो शवों का पोस्टमार्टम करैरा स्वास्थय केन्द्र पर किया गया।
ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस को सीमा विवाद की लड़ाई लड़ते देखा है परन्तु डाक्टरों को नही डाक्टरों के आज इस कृत्य से सारी मानवता शर्मशार हो गई है ग्रामीणो ने इन डॉक्टरो के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।