गौवंश से भरे ट्रकों का धड़ल्ले से हो रहा संचालन

शिवपुरी। अवैध रूप से किए जाने वाला कारोबार कट्टू वाहनों की आवाजाही को रोकने के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन के द्वारा कोई प्रयास नहीं किए जा रहे। यही कारण है कि आए दिन शहर व जिले के अन्य क्षेत्रों से रातों रात कट्टू से भरे वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। ऐसे में कई बार गौवंश से भरे ट्रकों का यूं इस तरह से जिले में प्रवेश होना और उन्हें बाहर निकालना कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन की मिलीभगत का ही परिणाम है जिसके चलते आज प्रतिदिन अनेकों कट्टू वाहनों को पुलिस बिना चैकिंग किए ही छोड़ रही है। इस मामले में औचक कार्यवाही की दरकार है।

जानकारी के अनुसार शहर में प्रवेश करने वाले कट्टू वाहनों पर पुलिस का नियंत्रण बिल्कुल भी नहीं है। बताया जाता है कि इन कट्टू वाहनों से पुलिस की सांठगांठ रहती है इसलिए इन्हें रात के अंधेरे में भी बिना चैकिंग के ही नगर में प्रवेश और बाहर कर दिया जाता है जिससे यह कट्टू वाहन अपने नियत स्थान पर आसानी से पहुंच जाते है। प्रतिदिन हजारों रूपये की कमाई करने वाले पुलिस के ही यह कर्मचारी रात में अपनी ड्यूटी को कराकर इसका लाभ लेते है। जिसमें बदरवास और सुभाषपुरा पुलिस की महती भूमिका है क्योंकि मु य एबी रोड़ के बीच यही दो थाने ऐसे है जहां से इन कट्टू वाहनों का प्रवेश और उन्हें बाहर आने-जाने के लिए  छोड़ा जाता है।

ऐसे में बताया गया है कि रात में प्रतिदिन लगभग दर्जन भर कट्टू गौवंश से भरे वाहनों की आवाजाही बनी रहती है जिसके चलते यहां ना तो ऐसे वाहनों को चैकिंग के लिए रोका जाता है और ना ही इन वाहनों की चैकिंग की जाती है। ऐसे में चर्चा है कि अधिकारियों को अंधेरे में रखकर यह कार्य किया जाता है और अधिकारियों तक को यह पता नहीं होता कि शहर के बीचों बीच से कट्टू गाड़ी निकल गई है। यदि पुलिस महकमे के वरिष्ठ अधिकारी चाहे तो इस ओर औचक निरीक्षण कर पुलिस कर्मचारियों के इस अवैध कारोबार को बढ़ावा देने वाली हरकत को पकड़ा जा सकता है और इनके विरूद्ध उचित कार्यवाही भी की जा सकती है। देखना होगा कि इस मामले में पुलिस अधीक्षक क्या रूख अ ितया करते है।

...लो अब तो थाना प्रभारी ही कह रहे हम नहीं करते चैकिंग
हमारे प्रतिनिधि ने जब थाना प्रभारी बदरवास से इन कट्टू वाहनों की आवाजाही के बारे में बात की तो यहां थाना प्रभारी का साफ शब्दों में कहना था कि हम किसी तरह के वाहनों की चैकिंग नहीं करते साथ ही इस मामले में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कार्यवाही करने की बात कहते है। इससे यहां अंदाजा लगाया जा सकता है कि मु य एबी रोड़ पर बदरवास थाने के ही आलाधिकारी यह जबाब देंगें तो फिर निश्चित रूप से यहां इस तरह के कार्यों को कितने बढ़ावा दिया जा सकता है।

 यह स्वत: ही समझा जा सकता है। सूत्रों की खबर है कि बदरवास थाना एबी रोड़ का मु य मार्ग है और यहां से रातों रात जिस प्रकार से अवैध शराब, गौवंश से भरे ट्रकों की आवाजाही होती है वहां यदि थाना प्रभारी ही चैकिंग ना करें तो निश्चित रूप से यह पुलिस की कार्यप्रणाली को ही कठघरे में खड़ा करते है। ऐसे में खबर है कि इन वाहनों से खूब वसूली कर इन्हें खुले रूप से आने-जाने दिया जाता है।

इनका कहना है-
हम चैकिंग नहीं करते, एसपी जब कहेंगें तब हम चैकिंग करेंगें और हमें नहीं पता कि यहां से कट्टू वाहन निकलते है यह हमारे संज्ञान में नहीं है।
तिमेश छारी
थाना प्रभारी, बदरवास