शिवपुरी। नवीन परिषद के गठन के बाद से शिवपुरी नगरपालिका विवादों में घिरी आ रही है। वहीं अब पार्षदों ने भी नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
पार्षदों ने नपाध्यक्ष पर विकास विरोधी होने का आरोप भी लगाया है। धरना प्रदर्शन की चेतावनी का एक पत्र वार्ड क्र. 15 के पार्षद अरुण पंडित ने के नेतृत्व में पार्षदों के हस्ताक्षरयुक्त नगरपालिका सीएमओ को सौंपा गया है जिसमें सात दिवस का अल्टीमेटम दिया गया है कि नगरपालिका अध्यक्ष ने अगर अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं किया तो वह मजबूर होकर धरना प्रदर्शन करेंगे।
विदित हो कि शिवपुरी नगरपालिका में अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह पर दबाव में काम करने सहित फाइलों के बाहर जाने सहित निष्क्रियता के कई आरोप लगते आये हैं, लेकिन बीते दिन वार्ड क्र. 15 के पार्षद अरुण शर्मा के नेतृत्व में पूर्व उपाध्यक्ष एवं वार्ड क्र. 38 के पार्षद भानु दुबे, बलवीर यादव, हरिओम काका नरवरिया, अजय भार्गव, सुरेन्द्र रजक, सरोज धाकड़, किरण खटीक सहित अनेकों पार्षदों ने एक चेतावनी पत्र नगरपालिका सीमएओ कमलेश शर्मा को सौंपा है।
जिसमें नपाध्यक्ष को कार्यशैली सुधारने सहित शहर के विकास में अड़ंगे लगाने के अपने रवैये को सुधारकर शहर के विकास की ओर ध्यान देने की अपील की है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि सात दिन के अंदर लटके हुए विकास कार्यों को अगर नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने प्रारंभ नहीं कराया तो वह सात दिवस के बाद सामूहिक रूप से कार्यालय परिसर में अनिश्चित धरना प्रदर्शन करेंगे।
पीआईसी सदस्य चहेतों को लाभ पहुंचाने का कर रहे हैं कार्य
वार्ड क्र. 15 के पार्षद अरुण पंडित का आरोप है कि नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह पीआईसी सदस्यों के साथ मिलकर अपने चहेतों को लाभ पहुंचा रहे हैं। हाल ही में पीआईसी की बैठक को नपाध्यक्ष ने इसलिए स्थगित कर दिया क्योंकि उसमें विकास कार्यों का उल्लेख था।
कल आयोजित हुई पीआईसी की बैठक में अपने चहेते पार्षदों को लाभ पहुंचाने के लिए सभी बिंदुओं का पास कर दिया है। जबकि बैठक में अन्य वार्डों की उपेक्षा की गई है और वहां के विकास कार्यों के बिंदुओं को हटा दिया गया।