महिला बैंक अधिकारी का अपहरण नहीं हुआ, पति से रूठकर मायके पहुंची

शिवपुरी। भारतीय स्टेट बैंक कोलारस में सहायक प्रबंधक के पद पर पदस्थ श्रीमती मनीषा पाल पत्नी शरद पाल का अपहरण नहीं हुआ है। कल उनके पति ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महिला कल रात अपने मायके कोलारस पहुंच गईं और देर रात जब इसकी सूचना उनके पति शरद पाल को लगी तब उन्होंने राहत की सांस ली। सूत्र बताते हैं कि महिला अधिकारी अपने पति से नाराज होकर मायके आ गईं थीं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रीमती मनीषा पाल और उनके पति शरद पाल दोनों बैंक अधिकारी हैं। मनीषा जहां स्टेट बैंक की कोलारस शाखा में अधिकारी हैं वहीं उनके पति शरद पाल इंडियन ओवरसीज बैंक शाखा शिवपुरी में सहायक प्रबंधक के पद पर पदस्थ हैं। दोनों पति-पत्नी राघवेन्द्र नगर कॉलोनी में किराये के मकान में निवास करते हैं।

शरद पाल झांसी के रहने वाले हैं और उनकी माँ सहित परिजन झंासी में ही रहते हैं। कल सुबह शरद पाल ने गुना वायपास से अपनी पत्नी को कोलारस के लिए बिठाया, लेकिन वह वहां नहीं पहुंची। उनका मोबाइल भी बंद था। अपहरण की आशंका से ग्रसित शरद पाल ने अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट देहात थाने में दर्ज कराई।

इसके बाद शरद पाल की माँ विद्या पाल और भाई सौरभ पाल भी शिवपुरी आ गए। श्रीमती विद्या पाल ने बताया कि रात 12 बजे भोपाल से उनकी बहू के मायके से फोन आया कि वह वहां पहुंच गईं हैं तब पूरे परिवार ने राहत की सांस ली।

पति से झगड़े के कारण मनीषा चली गई थी
बताया जाता है कि पाल द पत्ति की शादी नव बर 2014 में हुई थी। लेकिन पति-पत्नी की बनती नहीं थी इसी कारण मनीषा कोलारस जाने की बात कहकर अपने मायके भोपाल चली गईं थीं। उनकी सास श्रीमती विद्या पाल ने बताया कि वह शनिवार को ही भोपाल से लौटीं थीं और शनिवार और रविवार को वह उनके साथ झांसी में थीं। झांसी से कल सुबह ही वह शिवपुरी आर्इं थी और उन्होंने अपनी बहू के लिए खाना बनाकर उसके साथ रखा था। उन्होंने बताया कि वह बहू को अपनी बेटी की तरह मानत


गहने पहने थी इसलिए अपहरण की आशंका हुई
श्रीमती मनीषा पाल की सास विद्या और देवर सौरभ पाल ने बताया कि वह गहने पहनकर कोलारस गईं थीं इसलिए उन्हें अपहरण की आशंका हुई और इसी कारण गुमशुदगी की रिपोर्ट तुरंत लिखाई गई। देर रात मनीषा के मायके से फोन आने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली।

इनका कहना है
मनीषा पाल के पति शरद पाल ने सूचित किया कि वह अपने मायके पहुंच गई है। मनीषा क्यों बिना कहे मायके गई है इसका पता जब वह शिवपुरी आएगी तब उसके बयान लेने के बाद लगेगा।
एमके गौतम टीआई देहात थाना