RTO की भ्रष्टाचार एक्सप्रेस पलटी, 27 घायल

शिवपुरी। खनियांधाना से करैरा जाने वाली निजी यात्री बस पिछोर से 4 किमी दूर काली पहाडी के नजदीक बीच सडक पर पलट गई इस हादसे में 27 यात्री घायल हो गए है जिनमें 7 घायल गंभीर है उन्हे जिला अस्पताल शिवपुरी में भर्ती कराया गया है। बताया गया है कि इस का बीमा और फिटनिस नही थी, आरटीओ को रिश्वत देकर चलाई जाा रही थी, यह भ्रष्टाचार एक्सप्रेस थी।

जानकारी के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त हुई मिनी बस परिवहन विभाग द्वारा 34 यात्री क्षमता के लिए पास की गई थी लेकिन हादसे के समय इस बस में 45 यात्री सवार थे। यात्रियों की माने तो क्षमता से अधिक सवारी बिठाने और नंबर मिस न होने के जल्दबाजी में चालक वाहन को तेज गति से चला रहा था, और इस पर बस की कंडम हालत के चलते स्टेयरिंग की रॉड टूट गई और बस पलट गई।

जानकारी के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त बस शिवपुरी का नंबर एमपी-33 पी 1081 है और शिवपुरी समाचार डाट कॉम ने इस बस का रिकार्ड निकाला तो बस की फिटनेस 22 फरवरी को 2015 को खत्म हो चुकी है और बस का बीमा भी नही था। ऐसे में सवाल यह खडा होता है कि यह सब सड़क पर दौड़ कैसे रही थी।

एक सवाल RTO शिवपुरी से
अभी आरटीओ शिवपुरी ने वाहनों की धडपकड़ी कर चालानी कार्रवाई की थी और बडे-बडे प्रेसनोट भी अखबारो में भेजे थे। तो क्या ये कार्रवाई सिर्फ दिखावा थी या तो बस ऑपरेटर पर दबाव बनने के लिए की गई थी। कैसे ये बस बिना फिटनिस के दौड रही थी। गनीमत थी इस बस में सिर्फ घायल ही हुए थे अगर कोई मर जाता तो...।
सवाल यह भी है कि यदि आम नागरिक कोई गलती करता है तो उससे जुर्माना वसूला जाता है, यह दुर्घटना तो आरटीओ की लापरवाही या रिश्वतखोरी के कारण हुई है, तब क्या इसका मुआवजा आरटीओ को अदा नहीं करना चाहिए।
सवाल अभी भी खड़ा है अपने जबाब के इंतजार के लिए....। आरटीओ में इतना भ्रष्टाचार क्यों है ?