जमकर लूटा गया, दुकानदारो और वाहन चालको को: श्रीभारती

शिवपुरी। शहर से 35 किमी दूर स्थित बलारपुर माता मंदिर पर विगत दिवस लगे मेले में नेशनल पार्क प्रबंधन ने मनमानी कर श्रद्धालुओं सहित वहां आये दुकानदारों को काफी परेशान किया जिसे लेकर लोगों में पार्क प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश बना रहा।

ईको विकास समिति सुरवाया एवं गतवाया के नाम पर मेले में आने वाले वाहन चालकों से जमकर वसूली की गई, साथ ही दुकानदारों से भी 250-250 रुपये तक वसूले गये।

मंदिर के मु य महंत प्रयाग भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि लोगों की आस्था का केन्द्र बने बलारपुर मंदिर पर प्रतिवर्ष नवरात्रि में विशाल मेला लगता है। सप्तमी को मेले में 50 हजार से अधिक लोग जुटते हैं।

तीन दिन तक चलने वाले मेले में दूर-दूर से एक लाख से अधिक लोग आते हैं और बलारपुर माता के दर्शनों का लाभ लेकर कृतार्थ होते हैं, लेकिन नेशनल पार्क प्रबंधन ने लोगों की धार्मिक भावना से खिलवाड़ करते हुए जमकर वसूली की। जिसकी शिकायतें उन्हें प्राप्त हुईं।

पार्क प्रबंधन की मनमानी के चलते उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत की, लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। तीन दिनों तक चले मेले में जहां चार पहिया वाहन चालकों से 300 रुपये, दो पहिया वाहन चालकों से 150 रुपये और बड़े वाहन चालकों से 500 से 700 रुपये प्रति चक्कर वसूले गये, वहीं दुकानदारों से 250 से 500 रुपये तक की राशि दुकान लगाने के ऐवज में वसूली गई।

श्री भारती ने बताया कि यह कोई पहली बार नहीं है इससे पहले भी नेशनल पार्क प्रबंधन वसूली करता रहा है। जिसका कई बार विरोध किया गया, लेकिन नेशनल पार्क के कर्मचारियों ने अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ी।

अवैध वसूली से परेशान श्रद्धालू जहां पार्क प्रबंधन को कोसते रहे, वहीं अव्यवस्थाओं के कारण उन्हें भारी परेशानी उठानी पड़ी जबकि कर्मचारियों का कहना था कि उक्त शुल्क पार्क के रख-रखाव के लिए लिया जा रहा है, लेकिन वहां सुविधाओं का टोटा रहा है।

पार्क प्रबंधन द्वारा वहां न तो पेयजल की व्यवस्था की और न ही किसी तरह से श्रद्धालुओं को सुरक्षा प्रदान की गई। जो काम पार्क प्रबंधन को करना चाहिए था वह काम वहां आये भक्तों ने किया। जगह-जगह खाने-पीने के स्टॉल लगाये गये और श्रद्धालुओं को परेशानी न हो इसलिए स्वयं सेवकों द्वारा उनकी सुरक्षा व्यवस्था की गई।