वेदों मंत्रों के उच्चारण से होता है सुख-समृद्ध का आभास : पं.नरेशदत्त आर्य

शिवपुरी। वेदों की अपार महिमा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए लगातार तीन वर्षों के बाद पुन: इस वर्ष भी आर्य समाज शिवपुरी द्वारा वेदकथा का भव्य आयोजन किया गया है। जिसमें प्रसिद्ध आर्य वक्ता पं.नरेशदत्त की सुमधुर वाणी में भजनों और वेदकथा का वाचन किया जा रहा है।

इस दौरान ग्राम पड़ौरा, पिपरसमां, सिरसौद, बेंहटा आदि ग्रामों में वेदकथा को सुनकर ग्रामीणजन वेदों के प्रति प्रेरित हुए और अनेकों ग्रामवासियों ने अपने घर पर यज्ञ कराया। इसके साथ ही ग्रामीणजन संकल्पित हुए कि वह अपने नियमित रूप से अपने घर-परिवार के साथ यज्ञ करेंगें। इस दौरान अपने आर्शीवचनों में पं.नरेशदत्त आर्य ने कहा कि वेदों के मंत्रोच्चारण से जीवन में सुख-समृद्धि का आभास होता है हरेक मनुष्य को सनातन धर्म की इस परंपरा को अपना चाहिए, क्योंकि घर-परिवार ही नहीं बल्कि संपूर्ण प्रदेश और देश में सुख-शांति और यश वैभव के लिए वेदों के ज्ञान को सर्वोपरि माना गया है।

पं.नरेशदत्त ने बताया कि आर्य समाज शिवपुरी ने आज शहर सहित दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में वेदों के ज्ञान का प्रचार-प्रसार किया है जो कि सराहनीय है। इस अवसर पर अनेकों ग्रामों में वेदों के भण्डार से संग्रहित पुस्तकों व चित्रों से सुसज्जित कैलेण्डरों को भी ग्रामवासियों ने क्रय किया और इसे अपने घर-परिवार, ईष्ट मित्रों को भेंट किए ताकि हरेक आमजन आर्य समाज और वेदों से जुड़ सके। वेदकथा का समापन आज ग्राम रातौर व सायं नवग्रह मंदिर के सामने होगा जहां वेद प्रवक्ता पं.नरेशदत्त आर्य अपने आर्शीवचनों से वेदों की महिमा का बखान करेंगें।

इस दौरान आर्य समाज के वरिष्ठजन आई.पी.गांधी, समीर गांधी, सर्वेश अरोरा, गगन अरोरा, विशाल भसीन, हनी हरियाणी, सचिन सोनी, मनोज अग्रवाल, कपिल शर्मा, कपिल मंगल, नमन् विरमानी, दयाशंकर गोयल, देवेन्द्र गुप्ता, मनीष हरियाणी, धर्मेश अरोरा, गौरव हरियाणी, राजेन्द्र वर्मा, बिल्लू चावला, हेमंत नागपाल, रवि माटा आदि सहित समस्त धर्मप्रेमीजन इन सभी दिवसों में आयोजित वेदकभा व भजन संध्या कार्यक्रम में भाग लेकर वेदों की महिमा को जान रहें और इसे नियमित जीवन में लाने के लिए संकल्पत हैं।