अब तो सूअर की लाशो पर ही जीम रहे है कमीशन

शिवपुरी। आज रात सूअरों के शिकारीयों ने एक हजार सूअरों को मारने को दावा किया है। अब आप ही बताईये मात्र 6 घंटे अर्थात 360 मिनिट में एक हजार सूअरों को कैसे मारा जा सकता है। आईए इस मामले को शिवपुरी सामाचार डाट कॉम के क प्यूटर पर एक्सरे करते है।

बताया गया है कि रात बारह बजे से सूअरों के शिकारी अपने दडवे से बाहर निकले और कई स्थान पर सूअरो के झुंडो पर गोली से शूट किया होगा और एक सूअर पर गोली मारते ही बाकी सूअर भागते होंगे फिर मात्र एक मिनिट में चार सूंअर कैसे मारे जा सकते है।

सूअरों को मारने का ठेका लेने वाले हैदराबाद के नबाव सफात अली ने दो दिन पहले ही रात को जहां 700 सूअर मारने का दावा किया था। वहीं बीती रात तो ठेकेदार का दावा है कि उसने एक हजार से अधिक सूअरों को अपनी बंदूक का निशाना बनाया है। सवाल यह है कि ठेकेदार के इस दावे में कितनी सच्चाई है। स्वास्थ्य अधिकारी अवधेश सिंह कुशवाह साफगोई से स्वीकार करते हैं कि मृत सूअरों का ठीक से सत्यापन नहीं हो पा रहा।

कारण क्या है? इसका जबाव देते हुए वह कहते हैं कि सफाईकर्मी सहयोग नहीं कर रहे। ऐसे में गिनती करे तो कौन करे? परसों रात मारे गए सूअरों की उन्होंने 458 तक गिनती की थी और वह कहते हैं कि मृत सूअरों से साढ़े चार डंपर भर गए। उनकी मानें तो एक डंपर में हद से हद 100 सूअर आते हैं। ऐसी स्थिति में साफ है कि मृत सूअरों का सत्यापन नहीं हुआ तो नगरपालिका को लाखों रूपये का अनावश्यक भुगतान करना पड़ सकता है।

सूअर मारने वाले दल में दो निशानेबाज हैं, लेकिन  मु य रूप से लीडिंग रोल ठेकेदार नबाव सफात अली का है। वह पिस्तौल और टेलीस्कोपिक रायफल से सूअरों को हिट करते हैं। शेष तीन सदस्यों का काम मृत सूअरों को गिनना और सुबह उन सूअरों को उठाकर डंपर में रखना है। कल रात शूटर ने रात 12 बजे से अपना काम शुरू किया।

न्यूब्लॉक में बल्लभ भवन के पास शूटरों ने लगभग 20 सूअरों को निशाना बनाया। एबी रोड पर देहली होटल के सामने, मीट मार्केट, कमलागंज, बाबू क्वार्टर, चीलौद डांडा, फिजीकल रोड, बस स्टेण्ड क्षेत्र,गायत्री मंदिर क्षेत्र आदि इलाकों में शूटर ने सुबह 6 बजे सुअरों का शूटिंग अभियान जारी रहा।

अब आप ही बताईये सप्लाई,प्सासी जनता को पानी पिलाने मेें, निर्माण कार्यों सहित अन्य मदों में सीना ठोककर कमीशन लेने वाली नपा अब सूअरों की लाश पर भी कमीशन की रोटियां खा रहा है।