शिवपुरी/कोलारस। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक ओर तो प्रदेश के ठेकेदारों के भुगतान पर तीन माह का वैन लगा रही है, वही दूसरी ओर ग्लोवल स िमट पर प्रदेश सरकार का करोड़ो रूपयेंक रही है। जिन उधोग धंधों एवं शैक्षणिक संस्थानों को केन्द्र सरकार ने पूर्व में ही स्वीकृत कर दिया है,
उन्हे आज तक जमीन उपलव्ध नही करा पायी है, स्वीकृत संस्थानों के निर्माण में प्रदेश सरकार की कोई रूचि नहीं है, पूर्व में हुये ग्लोवल स िमट का कोई लेखा जोखा शिवराज सिंह चौहान के पास नहीं है, ऐसी स्थिति में प्रदेश के चहुमुखी विकास का झूठा दावा करने वाले मु यमंत्री की अब जनता के सामने पोल खुल चुकी है।
प्रेस को जारी वकतव्य में जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं विधायक रामसिंह यादव नें कहा है कि शिवपुरी-गुना के सासंद श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया के द्वारा स्वीकृत कराये गये मेंडीकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज एवं विधुत प्रशिक्षण संस्थान के लिए जमीन का आरक्षण जिला प्रशासन के द्वारा किये जाने के बाद आज तक उक्त संस्थानों को प्रदेश सरकार ने भूमि का हस्तांतरण नही किया है, श्रीमंत सिंधिया के द्वारा शिवपुरी जिले की जीवनदायनी सिंध जल आर्वधन योजना का क्रियान्वन प्रदेश सरकार की हटधर्मिता से खटाई में पड़ गयी है। शिवपुरी की नगरपालिका पूरे शिवपुरी शहर में जनता को पीने का पानी नही पिला पा रही है, जगह-जगह गंदगी के अ वार लगे हुये है।
प्रदेश सरकार के मुखिया इस ओर ध्यान नही दे रहे हैं। अच्छा होता कि ग्लोवल स िमट के आयोजन के पहले प्रदेश सरकार के मुखिया किसानों की बर्ष 2013-14 में नष्ट हुयी फसल का मुआवजा दिलाने की केशिश करतें। श्रीमंत सिंधिया के बार-बार मु यमंत्री को पत्र लिखने के बाद आज तक किसानों को उनका बीमा एवं मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव ने मध्यप्रदेश सरकार से मांग की है कि श्रीमंत सिंधिया के विकास कार्यो में राजनीति से उपर उठकर सहयोग करें किसानों की समस्या को अपनी समस्या मानकर ठोस कार्यवाही करें। जिससे कि प्रदेश के किसानों का हित हो सकें।