नवागत टी आई ने स भाला करैरा थाने का प्रभार

शिवपुरी/करैरा। एक सप्ताह से खाली पड़े करैरा थाने को एकाएक पुलिस कप्तान ने भर दिया। पुलिस कप्तान महेन्द्र सिंह सिकरवार ने गत दिवस इंदार थाने में 3 महीने पूर्व पदस्थ  हुए के बी आर्य को एकाएक करैरा थाने में पदस्थ करके सबको चौका दिया। चर्चाओं में नरवर टी आई धर्मेन्द्र तोमर कोतवाली टी आई आर के एस राठोड सभी का नाम चर्चाओं में गर्म था लेकिन आखरी के क्षण में पुलिस कप्तान ने इंदार टी आई को करैरा थाने में पदस्थ कर दिया।

ज्ञात हो कि जब से करैरा के पूर्व टी आई परमाल सिंह तोमर कार्यमुक्त हुए तभी से करैरा थाने पर क्राइम के बादल मंडराने लगे। हत्या लूट डकैती की घटना 7 दिन में चरम पर आ गई थी थाना में नेत्रत्वहीन क्षमता साफ़ साफ़ दिखाई दे रही थी ।  थाने में स्टाफ की कमी तो पहले से बनी हुई है लेकिन स्टाफ के साथ साथ मेनिज्मेंट की कमी भी दिख रही थी। लेकिन अब टी आई के बी आर्य करैरा थाने में पदस्थ हो चुके है। जब हमने के नवागत टीआई के बी आर्य से चर्चा कि तो उन्होंने बताया कि उन्हें करैरा थाना कोई नया नही है इससे पहले वे 2003 में करैरा अनुविभाग के  सीहोर थाना प्रभारी के पद पर भी पदस्थ रह चुके है, यहां पदस्थी के बाद छिंदवाड़ा जिले में गए फि र 2011 में पुन: श्री आर्य की पोस्टिंग शिवपुरी जिले के खनियाधाना में हुई। यहां 2 वर्ष गुजारने के बाद फिर इन्हें पोहरी भेजा गया, पोहरी में 10 महीने के कार्यकाल के बाद पिछोर पदस्थ हुए और फिर पिछोर में 6 महीने सेवा देने के बाद इंदार थाने में भेज दिया गया। इंदार थाने में 4 महीने सेवा देने के बाद अब करैरा थाने में पदस्थ किया गया है।

हर चुनौती से जूझने को तैयार
धार्मिक प्रवत्ति और बजरंग वली को अपने इष्ठ देव मानने वाले के बी आर्य ने कहा करैरा क्षेत्र में सबसे पहले कंजर दारु का काम बंद कराना मेरा मूल उदेश्य है इस क्षेत्र को बर्वाद कराने में कंजर दारु का योगदान प्रमुख रहा है और मे इस प्रकार की दारु जिसके सेवन मात्र से मनुष्य के मौत की उ मीद बड जाती ऐसी शराब के ब्यापार को इस क्षेत्र से उखाड़ फेकना मेरा प्रमुख लक्षय है। इसके साथ ही क्षेत्र में शांती ब्यबस्था बनाये रखने के लिये भरसक प्रयास किये जायगे।