शिवपुरी। झंडा में शुक्रवार को पांचवीं मौत रहस्यमय बीमारी से हो गई। घटना का दु:खद पहलू यह है कि जब बेटी की लाश गांव में पहुंची तो उसके परिवार का कोई सदस्य नहीं मिला, क्योंकि वे बीमार होने से अलग-अलग जगह पर इलाज कराने गए हैं।
बाद में चाचा ने आकर उसके अंतिम संस्कार की तैयारी की। गांव में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। शिवपुरी जिला अस्पताल में दोपहर जब झंडा से मरीजों का आना शुरू हुआ तो शाम तक उनकी सं या 33 तक पहुंच गई। सीएमएचओ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर शनिवार को शिवपुरी रहे हैं।
ग्राम झंडा में रहने वाली बेटू उम्र 16 वर्षं पुत्री मनीराम सेन, को बुखार आने पर उसे गांव में पहुंची स्वास्थ्य टीम ने उपचार के लिए रात 3 बजे शिवपुरी जिला अस्पताल में बेहोशी की हालत में पहुंचाया। सुबह 10 बजे तक बेटू की सभी जांच करवाई गईं, लेकिन उसकी बीमारी का पता नहीं चल सका और लड़की ने बेहोशी की हालत में ही दम तोड़ दिया।
बेटू की लाश को लेकर जब वाहन गांव पहुंचा तो उसके घर पर रोने वाला कोई नहीं था, क्योंकि परिवार के सभी सदस्य पहले से बीमार हैं और वे शिवपुरी, झांसी करैरा में इलाज करवा रहे हैं। जब लाश घर के बाहर रखी थी, तभी मृतका का चाचा रामसिंह सेन उसकी पत्नी वहां पहुंची। चाचा ने अपनी भतीजी के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की।
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