आधी-अधूरी व्यवस्थाओं के बीच मनेगा स्कूल चलें हम प्रवेशोत्सव

राजू (ग्वाल) यादव/शिवपुरी-प्रदेश के मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी स्कूल चलें हम अभियान के लिए जिस प्रकार से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है हकीकत उससे कोसों दूर नजर आ रही है। यदि शिवपुरी जिले की बात करें तेा यहां तहसील स्तर पर जो शासकीय प्राथमिक, माध्यमिक, हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूल है वहां तो स्कूल चलें हम अभियान में प्रवेशोत्सव को गति मिलती नजर आ रही है लेकिन दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में हकीकत इसके उलट है।
अनेकों विद्यालयों में ना तो शौचालय की व्यवस्था है और ना ही इस अभियान के प्रति बच्चेां या शिक्षकों में कोई जागरूकता है। कुल मिलाकर देखा जाए तो आधी-अधूरी व्यवस्थाओं के बीच जिले भर में स्कूल चलें हम अभियान के तहत प्रवेशोत्सव मनाया जाएगा।

शिवपुरी के शाप्रावि पुरानी शिवपुरी की है बदतर हालत
शिवपुरी शहर की यदि बात हो तो यहां पुरानी शिवपुरी क्षेत्र में शा.प्रा.वि. के हालात सबसे बदतर है हालांकि समय पर साफ-सफाई तो गई लेकिन बाबजूद इसके लिए यहां सूअर का आरामगाह और गंदगी एकत्रित करने का टब जरूर रखा हुअ नजर आया, साथ ही मौके पर स्कूल का कोना मूत्रालय की स्थिति में नजर आया। यहां स्कूली बच्चों में छात्राओं के लिए शौच की कोई व्यवस्था नजर नहीं आई इसी प्रकार से छात्रों को भी शौच आदि के लिए विद्यालय प्रांगण से बाहर जाना पड़ता है। विद्यालय में प्रवेशोत्सव को लेकर भी कोई रूचि नजर नहीं आई। इसी प्रकार से उत्कृष्ट विद्यालय में बैनर लगातर बच्चों व अभिभावकों को अभियान के तहत स्वागत किया जा रहा है वहीं शाउमा वि क्रं.2 व शाप्रा-शामा छावनी में भी स्कूल चलें हम अभियान को गति प्रदान करने के लिए विद्यालयीन स्टाफ मशक्कत करता नजर आया। यहां कई विद्यालयो में तो बच्चे क्रिकेट मैच खेलते हुए भी पाए गए।

इन विद्यालयों ने अभियान की गति को बढ़ाया
स्कूल चलें हम अभियान के तहत प्रवेशोत्सव के उत्सव को लेकर अधिकांशत: शहर के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रो में कुछेक की हालात तो बेहतर है इनमें शाप्रा विद्यालय सिंहनिवास यहां के प्रधानाध्यापक प्रदीप भार्गव ने स्कूली व्यवस्थाओं को संभाला। इसी प्रकार ग्राम यावदाकलां, ठर्रा, तानपुर, ईटमा, हाजीखेड़ी, टोंगरा यह वे विद्यालय जहां ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को स्कूल भेजने के लिए ना केवल प्रेरित किया बल्कि स्कूल प्रांगण केा भी रंग-रोगन कर आकर्षक कलेवरों के साथ सजाया गया। स्कूल चलें हम प्रवेशोत्सव के बैनर के साथ बच्चों का स्वागत करने के लिए यह स्कूल तैयार है। यहां बताना होगा यह शहर के शासकीय चिह्नित विद्यालयों में से है जिसके चलते यहां बच्चों का उत्कृष्ट विकास भी होता है और वह अच्छी शिक्षा के साथ शासन की योजना का लाभी ले पाते है।

निकालेंगे रैली मनाऐगें प्रवेशोत्सव
ईटमा विद्यालय में पदस्थ शिक्षिका श्रीमती रक्षा रावत का कहना है कि हमने विद्यालय में बच्चों के प्रवेश को लेकर अभियान छेड़ रखा है इसके लिए 16 जून को ग्राम में स्कूल चलें हम अभियान के तहत रैली भी निकाली जाएगी और इसस पूर्व विद्यालय में बच्चों को स्कूल भेजने के लिए उनके अभिभावकों को भी प्रेरित किया जा रहा है। इसी प्रकार से हरिओम शर्मा शिक्षक का कहना है कि स्कूलों में प्रवेशोत्सव को लेकर तैयारियां पूर्ण है और हमने बच्चों व उनके अभिभावकों को इस महत्व के बारे में भी बता दिया है। कई विद्यालयों में रंगोली, तिलक लगाकर बच्चों का स्वागत किया जाएगा।

ग्रामीण अंचलों में हालात जस के तस
स्कूल चलें हम अभियान की यदि मंदर गति को देखना है तो इसके लिए जिले के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में देखा जा सकता है। यहां अधिकांशत: ग्राम डोंगरी, ब हारी, बिची, मोहनगढ़, गोपालपुर, डेंडरी आदि सहित अनेकों ऐसे दूरस्थ गांव है जहां इस अभियान को लेकर ना तो बच्चों में और ना ही अभिभावकों अथवा शिक्षकों में उत्साह है। हालांकि जिला प्रशासन के फरमान पर कई ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालय तो नाम मात्र के लिए खोल दिए लेकिन इस अभियान को गति प्रदान करने में इन विद्यालयों के शिक्षक ही उत्साह नहीं दिखा रहे। जिससे यह अभियान एक तरह से ग्रामीण अंचलों में ध्वस्त नजर आ रहा है।

व्यवस्थाओं को देखने निरीक्षण दल ने भी किया दौरा
जिले के करैरा क्षेत्र में स्कूल चलें हम अभियान के तहत द्वितीय चरण में क्षेत्र के करैरा, दिनारा, कालीपहाड़ी, सिरसौद, अमोला, मितलोनी, कांठी, सिलानगर आदि क्षेत्रों में शिक्षा विभाग द्वारा तैनात दल ने दौरा किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। यहां बीआरसीसी आफाक हुसैन ने बताया कि कई विद्यालयों में सुबह से ही दल ने निरीक्षण किया ओर यहां 100 से भी अधिक गरीब व निराश्रित छात्र-छात्राओं को क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों में प्रवेश दिलाने की प्रक्रिया नजर आई। जिसमें पिछड़ी व आदिवासी बस्तियां में अधिक विद्यार्थियों को स्कूल भेजा गया। इस भ्रमण दल में आर के भार्गव, कालीपहाड़ी प्राचार्या साधना माथुर, प्राचार्य एमपीएस यादव, जीएल अहिरवार, बृजेन्द्र बैस, दिनेश राजौरिया, रामेश्वर भगत, आनंद यादव सहित सभी सीएसी उपस्थित थे।